असम के बिलासीपारा में AIUDF के विधायक समसुल हुदा इन एक कर्मचारी के साथ बदसलूकी को लेकर सुर्खियों में बनें हुए हैं। विधायक का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें वह किसी कार्यक्रम के दौरान एक शख्स को पीटते हुए नजर आ रहे हैं। हालांकि, इस शख्स का कसूर बस इतना था कि वह लाल रिबन और नारियल तोड़ने के लिए ईंट का प्रबंधन नहीं कर पाया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 18 मार्च को बिलासिपारा के सुवापाटा में दैखोवा मार्केट में एक पुल की आधारशिला रखने का समारोह चल रहा था। इस क्षेत्र के विधायक समसुल हुदा मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे थे। शुरुआत में समारोह सामान्य रूप से चल रहा था, लेकिन तभी विधायक की नजर गुलाबी रिबन पर पड़ी, जिसे लाल रिबन की जगह इस्तेमाल किया गया था। वहीं, नारियल तोड़ने के लिए ईंटें भी नहीं थीं। इस दौरान केले के पेड़ की ऊंचाई से भी विधायक साहब को दिक्कत हुई। इसके बाद विधायक गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया और उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद एक कर्मचारी को पहले खींचा और उसे थप्पड़ जड़ दिया। जब इतने से भी उनका दिल नहीं भरा तो केले के पौधे से पिटाई शुरू कर दी। जिससे धुबरी जिले में भारी आक्रोश फैल गया है।
नाम : शमशुल हुडा ,
पद: विधायक
पार्टी : ऑल इंडिया यूनाइटेड फ्रंट (बिलासिपारा ,असम )
काम : लाल रिबन की जगह गुलाबी रिबन होने की वजह से मारपीट करना ,हमारे टैक्स के पैसे पर पलने वाले इन अधिकारियों और नेताओं की औकात कैसे होती है किसी आम आदमी पर हांथ उठाने की ,
ऐसे लोगों को इनके… pic.twitter.com/BQpvF0exLn
— खुरपेंच (@khurpenchh) March 20, 2025
स्थानीय लोगों का कहना है कि विधायक समसुल हुदा ने गुस्से में उन्होंने ठेकेदार के कर्मचारी सहिदुर रहमान को कॉलर से पकड़ा, थप्पड़ जड़ा और पास में लगा वही छोटा सा केला का पौधा उखाड़कर उससे हमला कर दिया। लेकिन, अब इस घटना से लोगों में काफी नाराजगी है। इस घटना के बाद पीड़ित रहमान ने गौरीपुर थाने में एफआईआर दर्ज करवाई, जिसे बाद में बिलासिपारा पुलिस स्टेशन ट्रांसफर किया गया।
इस मामले में विधायक हुदा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं 115(2), 8296, 352 और 351(2) के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। आरोपों की गंभीरता को देखते हुए कानूनी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। वहीं, FIR दर्ज होने के बाद विधायक ने माफी मांगते हुए कहा, “मैं मानता हूं कि मुझसे गलती हुई। परिस्थितियों ने मुझे ऐसा करने को मजबूर किया। मैं असम की जनता से माफी मांगता हूं।”