यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद, जहानगंज। अहमदपुर देवरिया में अवैध पंचायत घर के निर्माण और भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता मंडल अध्यक्ष के अपमान का मामला अब बीजेपी हाई कमान तक पहुंच चुका है। इस गंभीर मुद्दे ने जिला स्तर पर राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है, जिससे पार्टी में असंतोष और नाराजगी की लहर फैल गई है।
स्थानीय कार्यकर्ताओं के अनुसार, पंचायत घर का निर्माण बिना उचित अनुमति के किया गया है, जो नियमों का उल्लंघन है। इसके अलावा, मंडल अध्यक्ष के प्रति अपमानजनक व्यवहार ने कार्यकर्ताओं के मन में आक्रोश उत्पन्न किया है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि उनके सम्मान की रक्षा होनी चाहिए और किसी भी प्रकार की अवहेलना स्वीकार नहीं की जाएगी। इस मामले को लेकर भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष एवं एमएलसी प्रांशुदत्त द्विवेदी को जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने आश्वासन दिया है कि कार्यकर्ताओं के साथ किसी प्रकार की अन्याय नहीं होने दी जाएगी। प्रांशुदत्त द्विवेदी ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं के समर्पण और मेहनत को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है और जो भी जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले में वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व महामंत्री शैलेन्द्र सिंह राठौर ने भी कार्यकर्ताओं के सम्मान की रक्षा के लिए आगे आए हैं। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं का योगदान पार्टी के लिए महत्वपूर्ण है और उनके अपमान को किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा। राठौर ने कहा कि पार्टी को कार्यकर्ताओं की आवाज सुननी चाहिए और उनके साथ न्याय किया जाना चाहिए।
जिला स्तर पर इस मामले ने राजनीतिक उथल-पुथल पैदा कर दी है, जिससे पार्टी की छवि पर असर पड़ सकता है। स्थानीय कार्यकर्ता एकजुट होकर अपने अधिकारों और सम्मान की रक्षा के लिए खड़े हो रहे हैं। अहमदपुर देवरिया का यह मामला बीजेपी हाई कमान के लिए एक अपने कार्यकर्ताओं के सम्मान से जुड़ा हो गया है। जिससे यह स्पष्ट होता है कि पार्टी कार्यकर्ताओं के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में संजीदा है। पार्टी की कार्रवाई के परिणामों का इंतजार किया जा रहा है, जिससे यह तय होगा कि क्या कार्यकर्ताओं को न्याय मिलेगा या नहीं।