लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजनीति में जातीय बैठकों को लेकर हलचल तेज हो गई है। ठाकुर विधायकों (Thakur MLAs) की बैठक के बाद अब ब्राह्मण विधायकों का ‘कुटुम्ब’ सामने आया है। राजधानी लखनऊ (Lucknow) में भाजपा विधायक पीएन पाठक के आवास पर बंद कमरे में करीब 35 ब्राह्मण विधायकों (MLA) की बैठक आयोजित हुई। बैठक को लेकर सियासी चर्चाएं तेज रहीं, हालांकि बैठक में शामिल विधायकों ने इसे सहभोज (सामूहिक भोजन) करार दिया। बताया जा रहा है कि इस बैठक में पूर्वांचल और बुंदेलखंड क्षेत्र के कई विधायक शामिल रहे।
बैठक में ये प्रमुख चेहरे रहे मौजूद
इस बैठक में प्रेम नारायण पांडे, रत्नाकर मिश्रा, प्रकाश द्विवेदी, विनय द्विवेदी, साकेत मिश्रा, शलभमणि त्रिपाठी, विवेकानंद पांडे, ऋषि त्रिपाठी, अंकुर राज तिवारी, रमेश मिश्रा, राकेश गोस्वामी सहित कई अन्य विधायक मौजूद रहे। बैठक में कैलाश नाथ शुक्ला समेत कुछ MLC की उपस्थिति भी बताई जा रही है।
हालांकि बैठक के बाद विधायकों ने इसे अनौपचारिक सहभोज बताया, लेकिन राजनीतिक गलियारों में इसे संगठनात्मक असंतुलन, प्रतिनिधित्व और भविष्य की रणनीति से जोड़कर देखा जा रहा है। खासतौर पर इसलिए भी चर्चा तेज है क्योंकि इससे पहले ठाकुर समाज के विधायकों की बैठक हो चुकी है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र और आगामी राजनीतिक समीकरणों के बीच इस तरह की जातीय बैठकों का संदेश केवल भोजन तक सीमित नहीं माना जा सकता। आने वाले दिनों में पार्टी नेतृत्व की प्रतिक्रिया और इन बैठकों के निहितार्थ पर सभी की नजरें टिकी हैं।


