दिल्ली-एनसीआर तक महसूस हुए झटके
काबुल। अफगानिस्तान में सोमवार देर रात से मंगलवार सुबह तक आए शक्तिशाली भूकंप ने भारी तबाही मचाई। रिक्टर पैमाने पर 6.0 तीव्रता वाले इस भूकंप का केंद्र नंगरहार प्रांत के जलालाबाद शहर के पास था। झटके इतने तेज़ थे कि पाकिस्तान और भारत के दिल्ली-एनसीआर तक महसूस किए गए।
भूकंप का पहला झटका रात 11 बजकर 47 मिनट पर दर्ज किया गया, जिसके बाद 20 मिनट के भीतर 4.5 और फिर सुबह 5.2 तीव्रता के कई आफ्टरशॉक्स आए। अब तक 13 से अधिक झटके महसूस किए जा चुके हैं।
प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार नंगरहार में कम से कम 9 लोगों की मौत और 30 से अधिक लोग घायल हुए हैं। वहीं पड़ोसी कूनार प्रांत में स्थिति कहीं अधिक भयावह है, जहां 250 से अधिक लोगों की मौत और करीब 500 लोगों के घायल होने की पुष्टि की गई है। कुल मिलाकर मृतकों की संख्या 259 से ऊपर और घायलों की संख्या 530 से अधिक बताई जा रही है।
भूकंप से प्रभावित इलाकों में कई घर ढह गए, सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं और पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन से राहत कार्य मुश्किल हो गया है। तालिबान सरकार ने राहत और बचाव कार्य के लिए सभी संसाधन झोंक दिए हैं। हेलीकॉप्टरों के जरिए घायलों को अस्पताल पहुँचाया जा रहा है। तालिबान प्रवक्ता ज़बिहुल्लाह मुजाहिद ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से तत्काल सहायता की अपील की है।
इस आपदा ने अफगानिस्तान में पहले से मौजूद मानवीय संकट को और गहरा कर दिया है। संयुक्त राष्ट्र और कई अंतरराष्ट्रीय संगठन हालात पर नज़र रखे हुए हैं और अफगानिस्तान को राहत सामग्री और सहायता उपलब्ध कराने की तैयारी में हैं।
भूकंप का असर सीमापार भी महसूस किया गया। पाकिस्तान के इस्लामाबाद और लाहौर सहित भारत के दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में देर रात लोग घरों से बाहर निकल आए। फिलहाल भारत में किसी जनहानि की सूचना नहीं है।