ग्रामीणों की सूचना पर हुई छापेमारी, माफिया पहले से थे सतर्क
कंपिल/फर्रुखाबाद: क्षेत्र में लंबे समय से चल रहे अवैध खनन (illegal mining) पर आखिरकार प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। गुरुवार को एसडीएम कायमगंज (SDM Kayamganj) के निर्देश पर खनन निरीक्षक संजय सिंह ने पुलिस बल के साथ गांव निजामुद्दीनपुर में छापेमारी कर तीन ट्रैक्टर-ट्रॉली और एक जेसीबी मशीन को पकड़ लिया। सभी वाहनों को कंपिल थाना पुलिस ने सीज कर लिया है।
सुबह गांव निजामुद्दीनपुर के ग्रामीणों ने एसडीएम को सूचना दी कि क्षेत्र में जेसीबी के माध्यम से बालू का अवैध खनन किया जा रहा है। इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए खनन निरीक्षक संजय सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। छापेमारी के दौरान देखा गया कि आधा दर्जन से अधिक ट्रैक्टर-ट्रॉली और एक जेसीबी मशीन अवैध खनन में लगे हुए थे।
पुलिस टीम को आता देख तीन ट्रैक्टर चालक वाहन लेकर भाग निकले, जबकि बाकी चालक ट्रैक्टर और जेसीबी को मौके पर ही छोड़कर फरार हो गए। जब्त किए गए वाहनों को थाने लाकर खड़ा कर दिया गया है। थाना प्रभारी विश्वनाथ आर्या ने बताया कि खनन निरीक्षक के निर्देश पर पकड़े गए एक जेसीबी और तीन ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को सीज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
ग्रामीणों ने दबी ज़ुबान में आरोप लगाया कि क्षेत्र में थाने के एक सिपाही की मिलीभगत से अवैध खनन का धंधा बेखौफ जारी है। उनका कहना है कि जब भी प्रशासनिक कार्रवाई होती है, उसकी सूचना पहले से ही माफियाओं तक पहुंच जाती है, जिससे वे कुछ समय के लिए खनन रोक देते हैं और फिर दोबारा शुरू कर देते हैं।
कई गांवों में जोरों पर अवैध खनन
नूरपुर, नसरुल्लाहपुर, तलफी नगला, कारब, पहाड़पुर, निजामुद्दीनपुर, सिवारा, बिल्सड़ी, जिजौटा बुजुर्ग, बहलोलपुर, रायपुर, चिनहटपुर जैसे गांवों में अवैध खनन का कार्य तेजी से चल रहा है। नूरपुर गांव में तो खेतों से बालू निकाल कर ऊंचे-ऊंचे टीले बना दिए गए हैं, लेकिन आज तक किसी अधिकारी की नजर इन पर नहीं पड़ी। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि खनन माफियाओं की व्यवस्था इतनी मजबूत है कि प्रशासन के छापे की खबर उन्हें पहले ही मिल जाती है। इससे सवाल उठते हैं कि कहीं न कहीं सूचना लीक होने की बड़ी चूक या भीतरखाने मिलीभगत ज़रूर है।