फर्रुखाबाद: दीपावली पर्व के मद्देनज़र जिला प्रशासन ने आतिशबाजी (fireworks) के निर्माण और भंडारण को लेकर सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। निर्धारित मात्रा से अधिक आतिशबाजी रखने या प्रतिबंधित पटाखों का निर्माण करने वाले विक्रेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी (DM) आशुतोष कुमार द्विवेदी ने बताया कि जिले में कुल 17 थोक आतिशबाजी विक्रेता पंजीकृत हैं, जिनमें से 13 विक्रेताओं के यहां भंडारण किया जा रहा है। मौजूदा समय में 8 विक्रेताओं द्वारा आतिशबाजी का निर्माण कार्य भी चल रहा है।
उन्होंने कहा कि सभी विक्रेताओं को निर्धारित मात्रा से अधिक आतिशबाजी का भंडारण न करने की सख्त चेतावनी दी गई है। यदि किसी के यहां निर्धारित सीमा से अधिक विस्फोटक सामग्री पाई जाती है या प्रतिबंधित पटाखों का निर्माण किया जाता है, तो लाइसेंस रद्द करने के साथ जेल भेजा जाएगा। आतिशबाजी की दुकानों की जांच के लिए विशेष टीम गठित की गई है। यह टीम सुरक्षा मानकों और भंडारण व्यवस्था की जांच कर रही है। जिलाधिकारी के निर्देश पर नगर मजिस्ट्रेट संजय कुमार बंसल, सीओ सिटी ऐश्वर्या उपाध्याय, और अग्नि समन अधिकारी सुभाष कुमार ने शहर में आतिशबाजी दुकानों की जांच शुरू कर दी है।
अग्नि समन अधिकारी सुभाष कुमार ने बताया कि जिले की प्रत्येक तहसील में जांच दल गठित किए गए हैं। सभी दुकानों पर पर्याप्त अग्निशमन यंत्र, बालू और पानी की व्यवस्था अनिवार्य की गई है। यदि किसी विक्रेता ने सुरक्षा मानकों की अनदेखी की, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रतिबंधित पटाखों की बिक्री किसी भी कीमत पर न होने दी जाए। दीपावली के दौरान सुरक्षा और जनहित को देखते हुए जिला प्रशासन ने विशेष निगरानी अभियान शुरू किया है।


