नई दिल्ली: हरियाणा के दलित आईपीएस अधिकारी (Dalit IPS officer) पूरन कुमार की आत्महत्या के बाद भाजपा सरकार (BJP government) पर तीखा हमला बोलते हुए आम आदमी पार्टी (AAP) ने आज शुक्रवार को दावा किया कि मृतक अधिकारी को लगातार जातिगत उत्पीड़न का सामना करना पड़ा। आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने एक कथित सुसाइड नोट का हवाला देते हुए कहा कि इससे पता चलता है कि अधिकारी का उत्पीड़न तब शुरू हुआ जब उन्होंने एक मंदिर में प्रवेश किया। उत्पीड़न धीरे-धीरे बढ़ता गया और उन्हें जातिवादी गालियाँ दी गईं और उन पर झूठी एफआईआर दर्ज कर दी गई।
उन्होंने आरोप लगाया कि जब अपमान की सारी हदें पार हो गईं, तो पूरन कुमार ने अपनी जान देने का फैसला किया। सांसद संजय सिंह ने कहा, “आजादी के 75 साल बाद भी दलितों, पिछड़े वर्गों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों के साथ जानवरों जैसा व्यवहार किया जा रहा है।” उन्होंने इस स्थिति को भाजपा के ‘नए भारत’ का नाम दिया, जहाँ उच्च पदस्थ अधिकारियों को भी उनकी जाति के कारण दंडित किया जाता है।
सिंह के अनुसार, यह मामला 2022 का है जब अधिकारी के मंदिर जाने पर उनके ही विभाग ने कथित तौर पर सवाल उठाया था। उन्होंने दावा किया कि पूरन कुमार अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक और उनकी पत्नी मुख्यमंत्री कार्यालय में आईएएस अधिकारी होने के बावजूद, उन्हें भेदभाव का सामना करना पड़ा।
उन्होंने आगे बताया कि अधिकारी के सुसाइड नोट में हरियाणा के पुलिस महानिदेशक समेत 15 वरिष्ठ अधिकारियों के नाम हैं, जिन पर जातिसूचक गालियाँ देने और उनके पिता की गंभीर बीमारी के दौरान उन्हें छुट्टी न देने का आरोप लगाया गया है, जिससे वह अपने पिता के निधन के समय उपस्थित नहीं हो सके।
आप नेता ने बताया कि पूरन कुमार ने वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत की और पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला, जिसके बाद उन्हें एडीजीपी पद से हटा दिया गया। सिंह ने एक शराब ठेकेदार की शिकायत के आधार पर रोहतक में एक कनिष्ठ अधिकारी द्वारा दर्ज की गई झूठी एफआईआर का हवाला देते हुए एक साज़िश का भी आरोप लगाया। संजय सिंह ने बताया कि 7 अक्टूबर को पूरन कुमार ने चंडीगढ़ स्थित अपने घर के बेसमेंट में अपनी सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मारने से पहले आठ पन्नों का एक पत्र लिखा था। उन्होंने बताया कि अधिकारी की पत्नी ने चंडीगढ़ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, हालाँकि यह स्पष्ट नहीं है कि क्या कार्रवाई की जाएगी।