लखनऊ: आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं का बरेली दौरा अचानक बाधित हो गया। पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को बरेली जाने से पहले ही प्रशासन ने हाउस अरेस्ट कर दिया। यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई जब पार्टी बरेली (Bareilly) में होने वाली घटनाओं और जनप्रतिनिधियों से मिलने के लिए प्रतिनिधिमंडल भेज रही थी। पंचायत प्रकोष्ठ के अध्यक्ष विनय सिंह समेत अन्य नेताओं को उनके आवास पर रोक दिया गया।
राजनीतिक सूत्रों के अनुसार, यह कदम स्थानीय प्रशासन ने शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया। AAP के नेताओं का कहना है कि उन्हें बिना किसी उचित कारण के रोक दिया गया और यह लोकतांत्रिक अधिकारों का उल्लंघन है। पार्टी का प्रतिनिधिमंडल बरेली में घटनाओं की जांच करने और स्थानीय लोगों से मिलने के लिए गया था, लेकिन अधिकारियों ने इसे रोकते हुए नेताओं को घर में ही रोक दिया।
जिलाध्यक्षों ने प्रशासन की इस कार्रवाई को कठोरता भरी बताया और इसे राजनीतिक दबाव के रूप में पेश किया। उन्होंने कहा कि पार्टी का प्रतिनिधिमंडल शांतिपूर्ण और कानूनी तरीके से कार्यक्रम कर रहा था, लेकिन स्थानीय प्रशासन ने इसे बाधित कर दिया। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह घटना आगामी चुनाव और स्थानीय राजनीति की दृष्टि से महत्वपूर्ण मानी जा रही है। अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षा कारणों और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कदम आवश्यक था, लेकिन पार्टी के नेताओं ने इसे अनुचित और गैर-जरूरी बताया।