ड्रग इंस्पेक्टर की छापेमारी में मिलीं संदिग्ध दवाइयाँ, फिर भी नहीं हुई कार्रवाई, पीड़ित ने CMO को सौंपा शिकायती पत्र
फर्रुखाबाद। शहर में एक मेडिकल स्टोर पर अवैध रूप से क्लीनिक संचालन और खुद को सरकारी डॉक्टर बताकर मरीजों को गुमराह करने का गंभीर मामला सामने आया है। इस संबंध में सुभाष नगर निवासी सत्येंद्र सक्सेना ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) को शिकायती पत्र सौंपकर आरोपी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रवीण कटियार पुत्र ओमप्रकाश कटियार मोहल्ला खटकपुरा मोड़ पर ‘जय श्री बालाजी मेडिकल स्टोर’ नामक एक मेडिकल स्टोर संचालित कर रहा है। आरोप है कि वह इस मेडिकल स्टोर पर स्वयं बैठकर क्लीनिक भी चला रहा है, जबकि उसके पास न तो कोई मान्य चिकित्सकीय प्रमाणपत्र है और न ही क्लीनिक संचालन का कोई वैध लाइसेंस।
शिकायती पत्र में दावा किया गया है कि आरोपी गलत दवाइयाँ और इंजेक्शन देकर मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहा है, जिससे अब तक कई लोगों की तबीयत बिगड़ चुकी है और विवाद की स्थिति उत्पन्न हो चुकी है। बावजूद इसके, आरोपी खुलेआम खुद को “लोहिया अस्पताल में वरिष्ठ चिकित्सक” बताकर लोगों को भ्रमित करता है।
सत्येंद्र सक्सेना ने आरोप लगाया कि पूर्व में ड्रग इंस्पेक्टर द्वारा मेडिकल स्टोर पर छापेमारी भी की गई थी, जिसमें कई संदिग्ध दवाइयों का जखीरा मिला था। इसके बावजूद, अब तक आरोपी के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई है। पीड़ित का आरोप है कि आरोपी प्रवीण कटियार, एक माफिया के संरक्षण में, प्रशासन पर दबाव बनाकर अपने अवैध कार्य को निर्भीकता से जारी रखे हुए है।
पीड़ित ने सीएमओ से अनुरोध किया है कि आम जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वाले ऐसे व्यक्ति के खिलाफ सख्त वैधानिक कार्रवाई की जाए और क्लीनिक को तत्काल प्रभाव से बंद कराया जाए।