– नेपाल के रास्ते फिर भारत में दाखिल हुई
– पहले भी हिरासत में ली गई थी
– बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश
लखनऊ: चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (Lucknow airport) पर गुरुवार को इमीग्रेशन अधिकारियों ने एक ब्लैकलिस्टेड थाई महिला (woman) को गिरफ्तार किया। महिला फर्जी पासपोर्ट के जरिए भारत से बैंकॉक जाने की कोशिश कर रही थी। जांच में पता चला कि उसका असली नाम थोंगफुन चयाफा है, जिसे वीजा नियमों के उल्लंघन पर भारत सरकार पहले ही ब्लैकलिस्ट कर चुकी थी। महिला को मार्च 2025 में एक्जिट परमिट के जरिए देश छोड़ना पड़ा था।
गिरफ्तार महिला ने पूछताछ में बताया कि जसविंदर सिंह नाम के व्यक्ति ने उसकी फर्जी पहचान डारिन चोकथनपत बनवाने में मदद की और नेपाल के रास्ते रक्सौल बॉर्डर से 31 जुलाई 2025 को वह दोबारा भारत में घुस आई। इसके बाद वह लखनऊ के सरोजनी नगर इलाके में जसविंदर सिंह के साथ रह रही थी। 13 अगस्त को एफआरओ, डीसीपी इंटेलिजेंस और एडीजी इंटेलिजेंस को इसकी सूचना मिलने पर पुलिस ने महिला और जसविंदर सिंह को हिरासत में लिया था, लेकिन मामला दर्ज किए बिना उसे देश छोड़ने की अनुमति दे दी गई।
इसके बावजूद जब वह एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट से बैंकॉक जाने पहुंची, तो इमीग्रेशन अधिकारियों ने उसे फिर पकड़ लिया। महिला के पास तीन अलग-अलग पासपोर्ट मिले हैं और पूछताछ में उसने बताया कि जसविंदर सिंह के अलावा नवेन्दु मित्तल और शुवेन्दु निगम ने भी उसे फर्जी दस्तावेज दिलवाने और अवैध रूप से भारत में घुसने में मदद की थी।
इमीग्रेशन अधिकारी गौतम हंस श्रीवास्तव की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। एसीपी विकास पांडेय ने बताया कि मामले की गहन जांच जारी है और पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि इस पूरे नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल है।