फर्रुखाबाद: नशे और तंबाकू के खिलाफ जिले में व्यापक अभियान चलाने की तैयारी शुरू हो गई है। इसी क्रम में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार (Collectorate Auditorium) में जिलाधिकारी (District Magistrate) आशुतोष कुमार द्विवेदी की अध्यक्षता में एनकोर्ड (एक युद्ध नशे के विरुद्ध) एवं एंटी टोबैको सेल की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिलेभर में नशे पर नियंत्रण और तंबाकू उत्पादों की रोकथाम को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।बैठक में जिलाधिकारी ने साफ निर्देश दिए कि जिले में किसी भी कीमत पर निकोटिन युक्त दवाओं की बिक्री न हो। इसके लिए रेंडमली कम से कम 100 मेडिकल दुकानों की जांच की जाएगी।
उन्होंने कहा कि यदि किसी दुकान पर प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री पाई जाती है, तो संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।इसके साथ ही जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग को निर्देशित किया कि जिले के सभी विद्यालयों में चिल्ड्रेन क्लब प्रहरी का गठन किया जाए। इन क्लबों के माध्यम से बच्चों को नशे से होने वाले दुष्प्रभावों की जानकारी दी जाएगी और विद्यालय स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
बैठक में मेडिकल स्टोर्स पर भी विशेष ध्यान दिए जाने की बात कही गई। जिलाधिकारी ने आदेशित किया कि जिले के सभी मेडिकल स्टोरों पर सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य रूप से लगाए जाएं, ताकि किसी भी अवैध गतिविधि की निगरानी हो सके। इतना ही नहीं, भांग की दुकानों पर भी सीसीटीवी कैमरे लगवाने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि खुली बीड़ी और सिगरेट बेचने वालों पर जुर्माना लगाया जाएगा तथा ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
बैठक में मौजूद पुलिस अधीक्षक ने भी कहा कि नशे के खिलाफ चलाए जाने वाले इस अभियान में पुलिस प्रशासन पूरी मजबूती से सहयोग करेगा। साथ ही, अभियान के दौरान नियमित छापेमारी और निगरानी रखी जाएगी।बैठक में पुलिस अधीक्षक के अलावा स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, आबकारी विभाग सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे। जिलाधिकारी ने सभी विभागों से कहा कि यह अभियान सिर्फ औपचारिकता न रह जाए, बल्कि वास्तविक रूप से समाज में बदलाव दिखना चाहिए।