फर्रुखाबाद: कलेक्ट्रेट सभागार (Collectorate Auditorium) फतेहगढ़ (Fatehgarh) में उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, लखनऊ के उपाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल योगेन्द्र डिमरी (Lieutenant General Yogendra Dimri) (सेवानिवृत्त) की अध्यक्षता में बाढ़ प्रबंधन एवं राहत कार्यों की समीक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ सभी संबंधित विभागों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
उपाध्यक्ष ने बैठक में बाढ़ से निपटने के लिए जिले की तैयारियों की विस्तार से समीक्षा करते हुए कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि न केवल जिले में, बल्कि समीपवर्ती जनपदों में हो रही वर्षा की भी मैपिंग कराई जाए ताकि संभावित बाढ़ की समय से जानकारी मिल सके।उन्होंने निर्देशित किया कि बाढ़ संभावित क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों को तैराकी सिखाई जाए ताकि आपात स्थिति में जान-माल की रक्षा हो सके। साथ ही, जिन स्थानों पर खतरा अधिक है, वहां चेतावनी बोर्ड (साइनबोर्ड) लगाए जाएं।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बोट एम्बुलेंस की तैनाती सुनिश्चित की जाए ताकि जरूरत पड़ने पर त्वरित राहत पहुंचाई जा सके।विद्यालयों में बच्चों को बाढ़ से होने वाली दुर्घटनाओं के प्रति जागरूक करने का निर्देश भी दिया गया। संचार व्यवस्था को दुरुस्त रखने, सभी सड़कों को मरम्मत कराकर आवागमन योग्य बनाने, और आवश्यकतानुसार रास्तों का डायवर्जन करने की योजना पर भी बल दिया गया।
बाढ़ के दौरान लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने हेतु शरणालय (रिलीफ कैंप) स्थापित किए जाएं, जिनमें जनरेटर, पेयजल, दवा और खाद्यान्न की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित हो। साथ ही, समय से खाद्यान्न वितरण एवं राहत सामग्री का सुव्यवस्थित प्रबंध किया जाए।समीक्षा बैठक के बाद लेफ्टिनेंट जनरल योगेन्द्र डिमरी ने अमृतपुर क्षेत्र में संभावित बाढ़ग्रस्त इलाकों का स्थलीय निरीक्षण भी किया। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए और तैयारियों का जायजा लिया।यह बैठक जिले में बाढ़ से निपटने की रणनीति को सुदृढ़ बनाने और प्रशासनिक मशीनरी को पूर्ण रूप से तैयार रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।