मैनपुरी: यूपी के मैनपुरी (Mainpuri) जिला जेल (district jail) में बुधवार को डकैती के जुर्म में सजा काट रहे 25 वर्षीय आरोपी रामजीवन उर्फ विकास का शव मिला। जेल अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि कैदी ने जेल के रसोईघर के पास अपनी कमीज़ से फांसी लगाकर कथित तौर पर आत्महत्या (suicide) कर ली। जेल अधिकारियों ने बताया कि रामजीवन को तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया गया है।
कुर्रा थाना क्षेत्र के पड़री गाँव निवासी रामजीवन अपने भाई मुन्नू के साथ 10 अक्टूबर से जेल में बंद था। दोनों को कुर्रा पुलिस ने डकैती के एक मामले में गिरफ्तार किया था। तीन दिन पहले अदालत ने उसकी ज़मानत याचिका खारिज कर दी थी, जिसके बाद से वह कथित तौर पर तनाव में था। हालांकि, परिवार ने पुलिस पर गड़बड़ी का आरोप लगाया है। मृतक की बहन रोशनी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने शुरुआत में उसके दूसरे भाई धर्मेंद्र को बिना किसी कारण के हिरासत में लिया और उसकी रिहाई के लिए 20,000 रुपये की जबरन वसूली की। बाद में, उसने दावा किया कि पुलिस ने रामजीवन और मुन्नू को तीन दिनों तक अवैध रूप से हिरासत में रखा और फिर उन्हें डकैती के झूठे आरोप में जेल भेज दिया।
रोशनी ने आगे आरोप लगाया कि उसके भाई की जेल के अंदर हत्या कर दी गई और अपराध को छिपाने के लिए आत्महत्या की कहानी गढ़ी गई। जेल अधीक्षक शशांक पांडे ने कहा, “कैदी रसोई के पास पेड़ से लटका हुआ पाया गया। उसे तड़पता देख जेल कर्मचारी तुरंत उसे अस्पताल ले गए, जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। प्राथमिक जानकारी से पता चलता है कि जमानत खारिज होने के बाद वह मानसिक रूप से परेशान था। विस्तृत जाँच जारी है।”
शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और परिजनों को सूचित कर दिया गया है। ज़िला अधिकारियों ने पुष्टि की है कि मौत के सही कारण का पता लगाने के लिए मजिस्ट्रेट जाँच के आदेश दे दिए गए हैं। पोस्टमार्टम और जाँच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि जेल नियमों के अनुसार सभी प्रक्रियाएँ अपनाई जा रही हैं और जाँच के नतीजों के आधार पर उचित कदम उठाए जाएँगे।


