नई दिल्ली: संसद (MP) के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन राजनीतिक हलचल तेज रही। SIR को लेकर विपक्ष की सरकार पर तीखी घेराबंदी के बीच कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में गतिरोध टूट गया है। विपक्ष सीधे SIR पर चर्चा के बजाय चुनाव सुधारों के व्यापक मुद्दे पर बहस के लिए तैयार हो गया है। इसके बाद बुधवार से सदन के सुचारू संचालन का रास्ता साफ हो गया।सरकार की ओर से संसदीय कार्यमंत्री किरण रिजिजू ने चुनाव सुधारों पर चर्चा की सहमति जताई, लेकिन शर्त रखी कि SIR पर सीधी बहस नहीं होगी। साथ ही सरकार ने वंदे मातरम् पर चर्चा के लिए विपक्ष से समर्थन मांगा है।
सोमवार को लगातार हंगामे के कारण कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी थी, लेकिन अब दोनों पक्ष आगे बढ़ने को तैयार दिख रहे हैं।इसी बीच, सपा की महिला सांसदों डिंपल यादव, कैराना सांसद इकरा हसन और मछलीशहर सांसद प्रिया सरोज—की संसद परिसर में ली गई एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी इस तस्वीर को साझा करते हुए इसे पीडीए का परचम बताया।अखिलेश ने लिखा, नारी शक्ति का विकास सिर्फ कहने से नहीं, बल्कि उन्हें सच्चा प्रतिनिधित्व देने से होगा। पीडीए में आधी आबादी के रूप में शामिल हर स्त्री का सम्मान और समृद्धि हमारा संकल्प है।” उन्होंने आगे कहा कि पीडीए में ‘A’ का मतलब ‘आधी आबादी’ है और सपा ‘स्त्री सम्मान-समृद्धि योजना’ लाकर महिलाओं को सामाजिक-आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाएगी।
वहीं, संसद में अब वंदे मातरम् और चुनाव सुधारों पर विस्तृत चर्चा का रास्ता साफ हो गया है। कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में निर्णय हुआ कि 8 दिसंबर (सोमवार) को लोकसभा में वंदे मातरम् पर 10 घंटे की चर्चा होगी। इसके बाद मंगलवार को चुनाव सुधारों पर बहस शुरू होगी, जिसके लिए भी 10 घंटे का समय तय किया गया है। जरूरत पड़ने पर यह चर्चा बुधवार तक बढ़ सकती है।
लोकसभा में चर्चा पूरी होने के बाद दोनों विषयों पर राज्यसभा में भी बहस होगी। चर्चाएं सामान्य नियमों के तहत होंगी, जिसमें मत विभाजन का प्रावधान नहीं होगा—यानी सरकार और विपक्ष बहस तो करेंगे, लेकिन शक्ति प्रदर्शन से बचेंगे।सत्र के बीच सपा महिला सांसदों की वायरल तस्वीर ने जहां पीडीए की बहस को नई ऊर्जा दी है, वहीं संसद में सहमति के संकेत आगामी दिनों की राजनीतिक सरगर्मी को और दिलचस्प बना रहे हैं।


