हरियाणा: आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार की मौत के मामले में एक नया मोड़ आया है, हरियाणा पुलिस के एक सहायक उपनिरीक्षक (ASI) संदीप कुमार (Sandeep Kumar) आज मंगलवार को मृत पाए गए है। मृतक अधिकारी और उनके परिवार पर एक पत्र और एक वीडियो में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया था। संदीप कुमार की आत्महत्या (suicide) के बाद उनके परिवार ने शव पुलिस को देने से इनकार कर दिया। परिवार शव को लेकर अपने पैतृक गांव लाढौत पहुंच गया।
मृतक संदीप अपने पीछे तीन पन्नों का एक नोट और छह मिनट का एक वीडियो छोड़ा है जिसमें उन्होंने दिवंगत आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। रोहतक पुलिस के अनुसार, एएसआई संदीप कुमार साइबर सेल में तैनात थे। हरियाणा पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, हाँ, वह संदीप कुमार अब नहीं रहे। प्रथम दृष्टया, ऐसा लगता है कि उन्होंने आत्महत्या की है। हम मामले की जाँच कर रहे हैं और और जानकारी जुटा रहे हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि संदीप ने वाई पूरन कुमार के करीबी हेड कांस्टेबल सुशील कुमार की गिरफ्तारी में अहम भूमिका निभाई थी, जिसने खुद को उनका निजी सुरक्षा अधिकारी बताया था। सुशील को वाई पूरन कुमार के चंडीगढ़ स्थित घर में मृत पाए जाने से एक दिन पहले 6 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। संदीप ने यह भी विस्तार से बताया कि सुशील की गिरफ्तारी कैसे हुई। वीडियो और कथित “सुसाइड नोट” में, संदीप ने यह भी मांग की कि “वाई पूरन कुमार और उनके परिवार के सदस्यों की संपत्ति की जाँच होनी चाहिए।”
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मृतक के परिजनों का आरोप है कि संदीप की मौत के पीछे दिवंगत IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार की पत्नी और IAS अधिकारी अमनीत पूरन कुमार का हाथ है। परिवार का कहना है कि जब तक अमनीत पूरन कुमार को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।


