– प्रमुख सचिव के आदेश के बावजूद अब तक नहीं हुआ समायोजन, की गई निष्पक्ष जांच की मांग
फर्रुखाबाद: कोविड महामारी (covid pandemic) के दौरान अपनी सेवाएं देने वाले स्वास्थ्य कर्मचारियों (health workers) ने अब तक समायोजन न होने पर नाराज़गी जताते हुए जिला अधिकारी (DM) को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि प्रमुख सचिव के स्पष्ट निर्देश के बावजूद भी कोविड कर्मचारियों को अब तक किसी भी स्वास्थ्य कार्यक्रम में समायोजित नहीं किया गया है, जिससे उनमें असंतोष व्याप्त है।
ज्ञापन के अनुसार, प्रमुख सचिव ने निर्देश दिए थे कि एक माह की अवधि में इन कर्मियों को किसी न किसी कार्यक्रम में समायोजित किया जाए। लेकिन निर्देशों को अनदेखा करते हुए एक माह बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है, जबकि जिले में स्टाफ नर्स और चतुर्थ श्रेणी के कई पद रिक्त पड़े हैं।
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि यदि पद रिक्त न हों, तो हर सप्ताह रिमाइंडर भेजने का निर्देश था। लेकिन जिला स्तर पर शायद एक बार भी रिमाइंडर नहीं भेजा गया, जो प्रशासनिक लापरवाही को दर्शाता है।
साथ ही आरोप लगाया गया कि प्रमुख सचिव द्वारा केवल कोविड कर्मचारियों को ही समायोजित किए जाने की बात कही गई थी, लेकिन डॉ. राम मनोहर लोहिया पुरुष चिकित्सालय के अधीक्षक द्वारा इस आदेश का उल्लंघन करते हुए हाल ही में चतुर्थ श्रेणी की नई नियुक्तियाँ कर दी गईं, और आगे भी की जा रही हैं।
कोविड कर्मियों ने मांग की है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए और उनकी योग्यता के आधार पर शीघ्र समायोजन सुनिश्चित किया जाए। ज्ञापन पर वर्तिका निधि, डाली, अवनींद्र कुमार, नीलम शर्मा समेत अन्य कर्मियों के हस्ताक्षर हैं।