कूटरचित दस्तावेज़ लगाकर न्यायालय को गुमराह करने का आरोप, कचहरी परिसर में हड़कंप
फर्रुखाबाद: कोतवाली फतेहगढ़ पुलिस ने अदालत (court) के आदेश पर एक कथित फर्जी अधिवक्ता (fake lawyer) और दो अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी व जालसाजी का मुकदमा दर्ज किया है। आरोपी पर झूठे दस्तावेज़ लगाकर मुकदमे की फर्जी पैरवी करने का आरोप है।
मुकदमा अजय यादव निवासी नेकपुर कलां की तहरीर पर दर्ज हुआ है। कथित अधिवक्ता शकील अहमद खां ने बिना अनुमति उनके नाम पर वकालतनामा दाखिल किया था। RTI से खुलासा हुआ कि पंजीकरण संख्या UP-2019/20 वास्तव में लखनऊ के अधिवक्ता राजेश कुमार त्रिपाठी के नाम है, न कि शकील अहमद के।
इस फर्जीवाड़े से कचहरी परिसर में हड़कंप मच गया है। अधिवक्ताओं में सवाल उठ रहा है कि “बिना पंजीकरण कोई व्यक्ति अदालत में वकालतनामा कैसे दाखिल कर सकता है?”


