महाकुंभ में भगदड़ से चिंतित प्रधानमंत्री मोदी ने सीएम योगी से की बातचीत और मदद का निर्देश
यूथ इंडिया न्यूज (प्रयागराज )। महाकुंभ मेला क्षेत्र में मंगलवार रात को संगम घाट पर मची भगदड़ में अब तक 17 श्रद्धालुओं की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 50 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इस घटना के बाद से प्रशासन और राहत कर्मी मौके पर सक्रिय हो गए हैं। हादसा अत्यधिक भीड़ के कारण हुआ, जब अचानक भगदड़ मच गई और किसी को संभलने का मौका नहीं मिला।
राहत कार्य में जुटा प्रशासन
महाकुंभ के अस्पतालों में घायलों को लेकर एंबुलेंस का तांता लगा हुआ है। घायलों को तत्काल महाकुंभ नगर के केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि अफवाहों के कारण भगदड़ मची, जिसके कारण श्रद्धालुओं की मौत हुई है। इसके अलावा, कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है।
अखाड़ा परिषद का अहम निर्णय – अमृत स्नान रद्द
भगदड़ के बाद अखाड़ा परिषद ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है कि आज, 29 जनवरी को होने वाला अमृत स्नान रद्द कर दिया जाएगा। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने बताया कि मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान के लिए कोई भी अखाड़ा स्नान नहीं करेगा। इसके अलावा, सभी अखाड़ों ने अपने जुलूसों को वापस शिविरों में बुला लिया है।
भीड़ नियंत्रण में आई मुश्किलें
महाकुंभ में मंगलवार सुबह से ही श्रद्धालुओं का रेला उमड़ना शुरू हो गया था। दोपहर होते-होते भीड़ बेकाबू हो गई और कई स्थानों की बैरिकेडिंग भी टूट गई। रात में स्नान के दौरान भीड़ और बढ़ गई और संगम घाट के आसपास लाखों श्रद्धालु जमा हो गए। अखाड़ों के लिए बनाई गई बैरिकेडिंग भी टूटने लगी, और लोग एक-दूसरे को धक्का देते हुए स्नान के लिए बढ़ने लगे। स्थिति बिगड़ते हुए आधी रात के बाद भगदड़ मच गई। इस दौरान जो लोग गिर पड़े, वे उठ नहीं सके और कई अन्य दब गए।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़, सुरक्षा व्यवस्था पर जोर
महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर लाखों श्रद्धालुओं के स्नान करने की उम्मीद थी। प्रशासन के अनुसार, संगम और अन्य 44 घाटों पर 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने की संभावना थी। इस बीच, मंगलवार को साढ़े 5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। सुरक्षा के मद्देनजर 60 हजार से ज्यादा जवान तैनात किए गए थे, लेकिन अत्यधिक भीड़ और अफवाहों ने स्थिति को नियंत्रण से बाहर कर दिया।
अगले कदम और प्रशासन की कोशिशें
प्रशासन और सरकार अब घटनास्थल पर राहत कार्य तेज कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बातचीत की और घायलों के उपचार के लिए तुरंत मदद का निर्देश दिया। राज्य सरकार ने घायलों की मदद के लिए मेडिकल टीमों की तैनाती की है और एंबुलेंस सेवाओं को और तेज किया गया है। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए अतिरिक्त बल की तैनाती की है और श्रद्धालुओं से शांति बनाए रखने की अपील की है।इस हादसे ने महाकुंभ मेला में श्रद्धालुओं के बीच चिंता की लहर पैदा कर दी है, और प्रशासन ने भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए नई सुरक्षा व्यवस्था लागू करने की योजना बनाई है।