स्पोर्ट डेस्क यूथ इंडिया
मुम्बई। भारत के युवा बल्लेबाज रिंकू सिंह को आगामी विजय हजारे एक दिवसीय क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए उत्तर प्रदेश की टीम का कप्तान नियुक्त किया गया है। शुक्रवार को इस घोषणा के साथ रिंकू ने पहली बार किसी राज्य स्तरीय टूर्नामेंट में कप्तानी की जिम्मेदारी संभाली। उन्होंने भुवनेश्वर कुमार की जगह ली है, जिन्होंने हाल ही में समाप्त सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में टीम का नेतृत्व किया था।
रिंकू सिंह इससे पहले मेरठ मेवरिक्स को यूपीटी20 लीग का खिताब दिला चुके हैं। अपनी नई भूमिका को लेकर उत्साहित रिंकू ने कहा, यूपीटी20 लीग में मेरठ मेवरिक्स की कप्तानी करना मेरे लिए बड़ा मौका था। मैं खुश हूं कि मैं अपनी जिम्मेदारी अच्छी तरह निभा पाया। कप्तानी से मुझे कई नई चीज़ें सीखने का मौका मिला।
रिंकू ने अब तक लिस्ट ए के 52 मैचों में 1899 रन बनाए हैं और विजय हजारे ट्रॉफी में उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश का पहला मुकाबला 21 दिसंबर को जम्मू-कश्मीर के खिलाफ होगा। यह टूर्नामेंट रिंकू के लिए न केवल अपनी नेतृत्व क्षमता दिखाने का, बल्कि टीम को ट्रॉफी के करीब पहुंचाने का भी अवसर है।
आईपीएल में रिंकू कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) की टीम का हिस्सा हैं। फ्रेंचाइजी ने उन्हें सुनील नारायण, आंद्रे रसेल, वरुण चक्रवर्ती और रमनदीप सिंह के साथ रिटेन किया है। रिंकू का आईपीएल 2024 का प्रदर्शन शानदार रहा था, और अब घरेलू क्रिकेट में उनके कप्तानी कौशल को देखकर केकेआर में उनकी भूमिका बढऩे की संभावना है। कोलकाता नाइट राइडर्स ने इस साल अपने कप्तान श्रेयस अय्यर को रिलीज कर दिया है, जिससे आगामी सीजन में टीम के कप्तान को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। टीम में अजिंक्य रहाणे और वेंकटेश अय्यर जैसे अनुभवी खिलाड़ी हैं, लेकिन रिंकू सिंह के पास घरेलू टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन कर अपनी कप्तानी की दावेदारी पेश करने का शानदार मौका है। रिंकू सिंह की नई जिम्मेदारी और उनके अब तक के प्रदर्शन ने उन्हें भारतीय क्रिकेट का उभरता सितारा बना दिया है। अगर वह विजय हजारे ट्रॉफी में अपनी टीम को सफलता दिलाते हैं, तो न केवल उनकी घरेलू क्रिकेट में पहचान बढ़ेगी, बल्कि आईपीएल और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उनके लिए नए दरवाजे खुल सकते हैं।