लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ( CM Yogi) ने संभल में 46 साल पहले हुए नरसंहार का जिक्र करते हुए कहा कि आज तक दोषियों को सजा क्यों नहीं मिली। उन्होंने इस घटना का जिक्र करते हुए विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा और कहा कि भारत की विरासत की चर्चा करने वाले लोग आज भी उसे दबाने की कोशिश कर रहे हैं। योगी ने कहा कि कुंभ का आयोजन आस्था और आधुनिकता का संगम होगा, और इस बार महाकुंभ के आयोजन को लेकर सरकार ने बड़े पैमाने पर तैयारियां की हैं। महाकुंभ में 100 करोड़ श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग कुंभ की आध्यात्मिक और सामाजिक विरासत को भंग करने का प्रयास करते थे, उन्हें अब इसका वास्तविक रूप देखने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि हम कुंभ की परंपरा को सुरक्षा, स्वच्छता और सुव्यवस्था के साथ जोड़ने में सफल रहे हैं। 2019 में प्रयागराज कुंभ को दिव्य और भव्य रूप देने के बाद, अब 2025 का महाकुंभ आस्था और आधुनिकता का संगम बनने जा रहा है, जिसमें श्रद्धालुओं के लिए सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
योगी ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि पार्टी के समय में 46 साल पहले संभल में जो मंदिर बंद कर दिया गया था, उसे अब फिर से खोला गया है। उन्होंने यह सवाल उठाया कि जिन निर्दोषों की हत्या की गई, उनका क्या दोष था, और क्यों उन्हें न्याय नहीं मिला। मुख्यमंत्री ने कहा कि सच बोलने वाले को धमकी देने का काम किया गया है और इसे अब एक्सपोज़ किया जाना चाहिए। वे उन लोगों की आलोचना कर रहे थे जिन्होंने भारत की प्राचीनता और संस्कृति को दबाने का प्रयास किया।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जो लोग अब संविधान के नाम पर पाखंड कर रहे हैं, वे वही लोग हैं जिन्होंने दशकों तक शासन किया और कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि अब अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद वहां की आधारभूत संरचनाएं, जैसे एयरपोर्ट, रेलवे लाइन, कनेक्टिविटी आदि, तेजी से विकसित हो रही हैं, जिससे आम जनता को बहुत लाभ हो रहा है। योगी ने कहा कि जो लोग अपनी विफलताओं का दोष सरकार पर डाल रहे हैं, उन्हें यह समझना चाहिए कि उनकी नीति और नीयत में खामियां थीं।
महाकुंभ की तैयारियों के बारे में बात करते हुए, योगी ने कहा कि इस बार 45 दिन चलने वाले इस आयोजन में लगभग 40 करोड़ श्रद्धालु आएंगे, लेकिन सरकार ने 100 करोड़ श्रद्धालुओं के लिए तैयारियां की हैं। उन्होंने बताया कि महाकुंभ में स्नान करने के लिए 6 करोड़ श्रद्धालुओं की अनुमानित संख्या है, लेकिन तैयारियां 10 करोड़ श्रद्धालुओं के हिसाब से की गई हैं। इस बार, कुंभ स्थल में कई विकास कार्य किए गए हैं, जैसे कि रिवर फ्रंट का निर्माण, नए मार्गों का निर्माण और जीरो लिक्विड डिस्चार्ज जैसी सुविधाएं, जो महाकुंभ के आयोजन को और बेहतर बनाएंगी।
मुख्यमंत्री ने इस महाकुंभ को उत्तर प्रदेश की आर्थिक समृद्धि के दृष्टिकोण से भी अहम बताया। उन्होंने कहा कि महाकुंभ यूपी की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में मदद करेगा। इसके अलावा, कुंभ में आधुनिक तकनीकी मदद से श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ख्याल रखा जाएगा, जैसे कि एआई टूल्स के माध्यम से खोया-पाया की जानकारी और भाषिणी ऐप से विभिन्न भाषाओं में जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी।