फर्रुखाबाद। प्रदेश में खनन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने के बावजूद उनका हौसला कम नहीं हो रहा है। हाल ही में शमशाबाद थाना क्षेत्र के ढाई घाट पुल के नीचे दर्जनों ट्रैक्टरों के साथ खनन माफियाओं ने गंगा नदी का सीना चीरने का काम शुरू कर दिया है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, ये माफिया एक दर्जन से अधिक ट्रैक्टरों का इस्तेमाल करके अवैध रूप से बालू का खनन कर रहे हैं।
हालांकि, इन लोगों के पास मिट्टी की परमिशन होने का दावा किया जा रहा है, लेकिन बालू का अवैध खनन किया जा रहा है। प्रशासन इस गंभीर मुद्दे पर मौन है, जिससे स्थानीय लोग नाराज हैं। हाल ही में जिले में खनन रोकने गए एक पुलिस कर्मी की माफियाओं द्वारा हत्या किए जाने की घटना ने स्थिति को और भी गंभीर बना दिया था। इसके बावजूद, प्रशासन अभी तक कोई ठोस कदम उठाने में असफल रहा है।
खनन माफिया न केवल गंगा के किनारे बालू का खनन कर रहे हैं, बल्कि प्रशासन की नजरों से बचकर खुलेआम अपनी गतिविधियाँ जारी रखे हुए हैं। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि प्रशासन को इस समस्या का समाधान जल्द से जल्द करना चाहिए, अन्यथा स्थिति और बिगड़ सकती है।
इस प्रकार, खनन माफियाओं की सक्रियता और प्रशासन की लापरवाही ने एक बार फिर से कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि अवैध खनन पर तुरंत रोक लगाई जाए और माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।