लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संभल और बांग्लादेश की घटनाओं को लेकर दिए गए बयान पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। मुख्यमंत्री के “डीएनए” संबंधी बयान पर अखिलेश यादव ने चुटकी लेते हुए कहा, “मुख्यमंत्री को पहले अपना डीएनए टेस्ट कराना चाहिए। हम भी अपना डीएनए टेस्ट कराने के लिए तैयार हैं।”
योगी के बयान पर सपा का हमला
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में रामायण मेले के उद्घाटन के दौरान संभल और बांग्लादेश की घटनाओं की तुलना बाबर के युग से की थी। उन्होंने इन घटनाओं के “डीएनए समानता” का उल्लेख करते हुए विपक्ष पर समाज को बांटने का आरोप लगाया था। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अखिलेश यादव ने कहा, “मुख्यमंत्री जी की भाषा और तर्क स्तरहीन हैं। वे जनता को असली मुद्दों से भटकाने की कोशिश कर रहे हैं।”
अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर समाज में विभाजनकारी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा, “ऐसे बयान समाज को बांटने के लिए दिए जाते हैं। मुख्यमंत्री को चाहिए कि वे अपने बयान पर विचार करें और समाज को जोड़ने का काम करें।” उन्होंने संभल की घटनाओं को बांग्लादेश की घटनाओं से जोड़ने पर योगी आदित्यनाथ की मंशा पर भी सवाल उठाया।
सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा बार-बार ऐसे बयान देकर जनता को असली मुद्दों जैसे बेरोजगारी, महंगाई, और कानून व्यवस्था से भटकाने की कोशिश कर रही है। लेकिन अब जनता भाजपा के “बांटो और राज करो” के एजेंडे को समझ चुकी है।
संभल हिंसा पर राजनीतिक घमासान
संभल हिंसा और मुख्यमंत्री के बयान को लेकर उत्तर प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। विपक्षी दल, खासकर सपा और कांग्रेस, इसे भाजपा की “सांप्रदायिक राजनीति” का हिस्सा बता रहे हैं। अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी भाजपा के विभाजनकारी एजेंडे को सफल नहीं होने देगी।
भाजपा की प्रतिक्रिया का इंतजार
अखिलेश यादव के इस बयान के बाद भाजपा की प्रतिक्रिया का इंतजार है। मुख्यमंत्री के बयान और विपक्षी दलों के आरोपों के बीच यह विवाद राज्य की राजनीति को और गरमा सकता है।