एटा। जलेसर के कलवारी मार्ग स्थित हजरत इब्राहिम साहब की दरगाह (Dargah) के पास खेत में बन रही बाउंड्री को लेकर विवाद बढ़ गया। मोहल्ला नकटा कुआं के रहने वाले सतीश चंद्र उपाध्याय और अनिल कुमार उपाध्याय अपने 24 बीघा खेत में सीमेंट की बाउंड्री बनवा रहे थे। काम सुबह से चल रहा था, लेकिन शाम को अराजक तत्वों का एक समूह वहां पहुंचा और दीवार तोड़ दी। इस मामले में पुलिस ने 16 नामजद समेत 150 के खिलाफ FIR दर्ज की है और दो को गिरफ्तार किया है।
इसके साथ ही मौके पर खड़ी दोपहिया वाहनों और एक मैक्स गाड़ी में भी तोड़फोड़ की गई। जब उपाध्याय परिवार ने इसका विरोध किया, तो अराजक तत्वों ने पथराव शुरू कर दिया, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। मौके पर अफरा-तफरी मच गई, और लोग डरकर इधर-उधर भागने लगे। पुलिस ने बताया कि हत्या की नीयत दंगा फैलाने के आरोपों के तहत रफीक एवं 16 नामजद व्यक्तियों समेत 150 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
खेत में बन रही बाउंड्री को लेकर विवाद
घटना की जानकारी मिलते ही उप जिलाधिकारी विपिन कुमार मोरल, क्षेत्राधिकारी पुलिस नीतीश कुमार गर्ग और कोतवाली प्रभारी डॉक्टर सुधीर कुमार भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने पथराव कर रही भीड़ को खदेड़ दिया और हालात पर काबू पाया।
बताया जा रहा है कि घटनास्थल की भूमि का निरीक्षण तथा तहसील कर्मियों की जांच से पता चला कि यह नकटा कुआं मोहल्ले के निवासी अनिल कुमार उपाध्याय, राजेश, रमेश चंद्र की पैतृक जमीन है, जिस पर आरोपियों ने वक्फ की जमीन बताकर अशांति पैदा की।
अराजक तत्वों ने दीवार तोड़ी और पत्थरबाजी की
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस और प्रशासन ने दरगाह के आसपास फ्लैग मार्च किया। अधिकारियों ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। पुलिस ने कहा कि दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस मामले पर एसएसप सत्यनाराण ने बताया कि स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया है। शांति बनाए रखने के लिए इलाके में पुलिस बल तैनात हैऔर मामले की जांच जारी है।