वाराणसी: उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय (Ajay Rai) ने शनिवार को कथित कोडीन-आधारित कफ सिरप मामले को लेकर योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के नेतृत्व वाली सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि “लगता है बुलडोजर को ठंड लग गई है।” उन्होंने सरकार पर “सीटी बजाकर” आवाजों को दबाने का आरोप लगाया।
लाहुराबीर स्थित अपने आवासीय कार्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए राय ने शुक्रवार को भारी सुरक्षा के बीच आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर को वाराणसी की अदालत में पेश किए जाने का जिक्र किया। उन्होंने आरोप लगाया कि अदालत में तैनात पुलिसकर्मियों ने ठाकुर को मीडिया से बात करने से रोकने के लिए लगातार सीटी बजाई।
राय ने कहा कि राज्य सरकार अब असहमति को दबाने के लिए ऐसे तरीकों का सहारा ले रही है। उन्होंने कहा कि कोडीन-आधारित कफ सिरप का मुद्दा राज्य और देश भर में चर्चा का विषय बना हुआ है, फिर भी अब तक कोई ठोस कार्रवाई या गिरफ्तारी नहीं हुई है। उन्होंने कहा, “किसी भी प्रमुख आरोपी को हिरासत में नहीं लिया गया है। कफ सिरप मामले का मुख्य आरोपी महीनों से विदेश फरार है।”
तुलना करते हुए राय ने गोवा के एक नाइट क्लब में हुई हालिया आगजनी की घटना का जिक्र किया, जहां क्लब संचालक लूथरा बंधुओं के कथित तौर पर विदेश भाग जाने के बाद उन्हें थाईलैंड से प्रत्यर्पित कर जेल भेज दिया गया। उन्होंने सवाल किया, “कफ सिरप मामले में ऐसी ही कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है?”
अजय राय ने राज्य नेतृत्व की आलोचना करते हुए कहा कि विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों उपमुख्यमंत्रियों ने फोटो सेशन किया और प्रेस को संबोधित किया। उन्होंने पूछा, “इसके पीछे क्या मकसद था?” उन्होंने आगे कहा कि अमिताभ ठाकुर, जिन्होंने इस मुद्दे को उठाया और कथित तौर पर शामिल लोगों के नाम लिए, उन्हें किसी भी राजनीतिक दल से संबद्ध न होने के बावजूद जेल भेज दिया गया।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जिस तरह से एक पूर्व अधिकारी को अदालत में पेश किया गया, उससे लोकतंत्र पर गंभीर सवाल उठते हैं। उन्होंने कहा, “लोकतंत्र में, यदि किसी को मीडिया से बात करने और अपनी आवाज उठाने से रोका जाता है, तो यह दर्शाता है कि असहमति को कैसे दबाया जा रहा है।” अपने संबोधन के समापन में उन्होंने सरकार द्वारा बुलडोजरों के बहुचर्चित उपयोग पर सवाल उठाते हुए पूछा कि खांसी की दवा के मामले में कोई कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है। उन्होंने पूछा, “बुलडोजर अब कहां है?”


