बर्खास्त सिपाही आलोक सिंह के घर 8 घंटे से छापेमारी, मोबाइल–लैपटॉप और बैंक दस्तावेज ज़ब्त
लखनऊ: कफ सिरप सिंडिकेट (cough syrup syndicate) मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए बर्खास्त सिपाही आलोक सिंह के घर पर छापेमारी की। ED की टीम पिछले 8 घंटे से लगातार उसके आवास पर मौजूद है और तलाशी की प्रक्रिया जारी है। छापेमारी के दौरान टीम ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस कब्जे में लिए हैं।
सूत्रों के अनुसार
आलोक सिंह के मोबाइल फोन,
लैपटॉप,
बैंक से जुड़े दस्तावेज,
और संदिग्ध लेन-देन की फाइलें
ED ने कब्जे में ले ली हैं।
टीम उसके परिजनों से भी बयान दर्ज कर रही है। तलाशी के दौरान ED के साथ महिला पुलिस फोर्स भी मौजूद है। कफ सिरप सिंडिकेट की जड़ तक पहुंचने के लिए ईडी ने आज 25 से अधिक ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई की है। इनमें शामिल हैंसंदिग्ध सप्लायरों के स्थान,कारोबारी ठिकाने, फार्मा लिंक से जुड़े पते, और कथित बिचौलियों के घर।
ED की इस कार्रवाई से सिंडिकेट से जुड़े नेटवर्क की कई नई कड़ियाँ सामने आने की संभावना बढ़ गई है। कफ सिरप सिंडिकेट के प्रमुख आरोपियों में शामिल आलोक सिंह और अमित टाटा फिलहाल SIT की कस्टडी में हैं। दोनों को 55 घंटे की रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। SIT की प्रारंभिक जांच में बड़े आर्थिक लेन-देन, अवैध स्टॉकिंग और सप्लाई चैन से जुड़े कई तथ्य सामने आए हैं।
जांच एजेंसियों का मानना है कि ईडी की इस छापेमारी से सिंडिकेट के आर्थिक स्रोतों, धनशोधन और नेटवर्क के वास्तविक संचालकों तक पहुंचने में मदद मिलेगी। कफ सिरप सिंडिकेट मामला अब राज्य से राष्ट्रीय स्तर पर पहुंच गया है।ईडी की इस कार्रवाई के बाद माना जा रहा है कि कई और गिरफ्तारियाँ हो सकती हैं, वित्तीय लेन-देन की जांच तेजी से आगे बढ़ेगी,और सिंडिकेट की पूरी संरचना सामने आ सकती है।


