मुजफ्फरनगर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने शुक्रवार को मुजफ्फरनगर जिले की मीरापुर विधानसभा क्षेत्र में जनसभा को संबोधित किया। इस सीट पर हो रहे उपचुनाव के प्रचार के लिए पहुंचे सीएम योगी ने सपा पर हमला बोलते हुए कहा कि जहां दिखे सपाई… वहां बिटिया घबराई।
सपा पर हमला करते हुए सीएम योगी (CM Yogi) ने कहा, ‘मैं यहां भाषण कर रहा था कि तब तक पब्लिक से नया नारा आ रहा था। वो कह रहा था कि 12 से 17 के बीच में एक नारा चलता था, और वो नारा होता था कि जिस पर सपा का झंडा, समझो बैठा है कोई… और आज मैं कह सकता हूं कि जहां दिखे सपाई, वहां बिटिया घबराई। आपने देखा होगा उनके कारनामों को देखा होगा। आपने अयोध्या, कन्नौज में देखा होग… ये नया ब्रांड है समाजवादी पार्टी का। इनको लोकलाज नहीं है। ये आस्था के साथ खिलवाड़ करने वाले लोग हैं।’
देश की अखंडता और एकता को चुनौती दे रहे हैं सपा-कांग्रेस
कांग्रेस और सपा को निशाने पर लेते हुए योगी (CM Yogi) ने कहा, ‘आपने हाल ही में जम्मू-कश्मीर विधानसभा के अंदर देखा होगा जिस प्रस्ताव में उन्होंने कहा है कि कश्मीर में 370 को फिर से बहाल करेंगे। यानि आतंकवाद की जो जड़ है 370, उसको फिर से लाएंगे। जिसे 5 अगस्त 2019 को पीएम मोदी ने हमेशा के लिए समाप्त कर दिया था। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा के इस प्रस्ताव पर पर उनका क्या रूख है, उनका मुंह क्यों बंद है? ये फिलिस्तीन के नाम पर आंसू बहाने वाले लोग, पाकिस्तान के नाम पर आंसू बहाने वाले लोग, जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर मौन क्यों बैठे हैं। ये देश के अखंडता और एकता को चुनौती देने वाली स्थिति है। कोई भी भारतीय इसे कभी स्वीकार नहीं करेगा।’
सीएम योगी (CM Yogi) ने कहा कि सपा हो या कांग्रेस ये राष्ट्रीय एकता के साथ खिलवाड़ कर रही है अपने सियासी स्वार्थों के लिए। इन्होंने झूठ बोलकर लोकसभा चुनाव में जनता को गुमराह करने का काम किया था। उस समय उन्होंने संविधान और आरक्षण के बारे में झूठ बोलकर गुमराह करने का काम किया था।
सपा नहीं चाहती थी कि उपचुनाव की तारीख हटे: सीएम योगी (CM Yogi)
सीएम योगी (CM Yogi) ने कहा कि मेरठ, मुजफ्फरनगर और आसपास के श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए जाते हैं, वहां विश्राम करते हैं। हम निर्वाचन आयोग का धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने गंगा स्नान का सम्मान किया और उपचुनाव की तारीख को हटाया। लेकिन समाजवादी पार्टी ऐसा नहीं चाहती है। इन्होंने खटाखट के नाम पर जनता को गुमराह किया। इनके खटाखट का नाम मिला क्या? अब दोनों में खटपट शुरू हो गई। अवसर है अब इस समाजवादी पार्टी को सफाचट करने का।