फर्रुखाबाद: आबकारी आयुक्त, उत्तर प्रदेश के आदेश एवं जिलाधिकारी (District Magistrate) आशुतोष द्विवेदी के निर्देश पर जनपद में अवैध शराब (illegal liquor) के खिलाफ विशेष प्रवर्तन अभियान को और तेज कर दिया गया है। इसी क्रम में जिला आबकारी अधिकारी जी पी गुप्ता के पर्यवेक्षण में बुधवार को आबकारी विभाग की एक टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए संदिग्ध ग्राम लकूला में दबिश दी।
बुधवार को आबकारी निरीक्षक क्षेत्र-1 कुमार गौरव सिंह मय स्टाफ द्वारा गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई। टीम के गांव में पहुंचते ही अवैध शराब बनाने वालों में हड़कंप मच गया। मौके पर छापेमारी के दौरान लगभग 120 किलोग्राम लहन बरामद कर उसे मौके पर ही नष्ट करा दिया गया। इसके साथ ही 18 लीटर अवैध कच्ची शराब भी जब्त की गई। मामले में संबंधित धाराओं के तहत एक अभियोग पंजीकृत कर आवश्यक विधिक कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है।
जानकारी के अनुसार लंबे समय से इस क्षेत्र में चोरी-छिपे कच्ची शराब का निर्माण किया जा रहा था। अवैध शराब न केवल सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंचा रही थी, बल्कि इससे जनस्वास्थ्य पर भी गंभीर खतरा बना हुआ था। पूर्व में भी ग्रामीणों द्वारा इसकी शिकायत की गई थी, जिस पर आबकारी विभाग लगातार निगरानी बनाए हुए था। बुधवार को मिली सटीक सूचना के बाद यह बड़ी कार्रवाई की गई।
छापेमारी के बाद टीम द्वारा क्षेत्र में संचालित आबकारी दुकानों का भी औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान दुकानों में उपलब्ध स्टॉक का भौतिक सत्यापन किया गया तथा स्टॉक रजिस्टर, POS मशीन से बिक्री, ऑनलाइन भुगतान की स्थिति और CCTV कैमरों की कार्यप्रणाली की भी जांच की गई। अधिकारियों ने सभी दुकानदारों को स्पष्ट निर्देश दिए कि नियमों का उल्लंघन किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जिला आबकारी अधिकारी जी पी गुप्ता ने बताया कि जनपद में अवैध मदिरा के निर्माण, बिक्री और परिवहन पर पूरी तरह से रोक लगाने के लिए प्रवर्तन कार्य निरंतर जारी रहेगा। उन्होंने आम जनता से भी अपील की कि यदि कहीं भी अवैध शराब का निर्माण या बिक्री हो रही हो तो इसकी सूचना तत्काल आबकारी विभाग या प्रशासन को दें, ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके।
प्रशासन का साफ कहना है कि अवैध शराब से न केवल सरकार को राजस्व की हानि होती है, बल्कि जहरीली शराब के कारण जनहानि तक की घटनाएं सामने आती रही हैं। ऐसे में इस प्रकार के अभियानों का मुख्य उद्देश्य जनस्वास्थ्य की रक्षा और कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाना है।


