मुंबई/पुणे। मुंबई, पुणे, ठाणे, पालघर सहित महाराष्ट्र के कई शहरों में भारी बारिश (Heavy Rain) जारी है। इसके चलते सड़कों से लेकर रेल ट्रैक तक पानी से लबालब हो चुके हैं। इसके कारण, यातायात जाम हो गया है और उड़ान और ट्रेन संचालन में देरी हो रही है। लगातार बारिश के कारण कई झीलें भी उफान पर हैं। पुणे और कोल्हापुर इलाकों में स्थिति गंभीर है, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। वहीं मुंबई में भी बारिश (Heavy Rain) आफत बन गई है। यहां जुलाई में अब तक की दूसरी सबसे अधिक बारिश हुई है और कुल मिलाकर 150 सेमी से अधिक बारिश हुई है।
पुणे में तो आज गुरुवार को 70 लोगों का रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया। रिहायशी इलाके में पानी भरने के बाद सभी लोग फंसे हुए थे। दमकल विभाग को खबर लगी तो टीम ने प्रभावित इलाकों में पहुंचकर नाव के सहारे बचाव अभियान चलाया। लगीं पुणे के एकता नगर में सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। पुणे का एकता नगर पानी में डूबा हुआ है। रातभर से यहां हालात खराब हैं। लाइट और पानी भी नहीं है। अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है।
15 रिहाइशी कॉलोनियां डूबीं
पुणे में लोगों की मुसीबत ये है कि उन्हें घर से बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है। जबकि घर में बिजली-पानी तक नहीं है। और अगर लोग बाहर निकलते हैं तो हालात बेहद खराब है। यहां सड़कों-गलियों में खड़ी गाड़ियां डूबी हुई हैं। पुणे में 15 रिहाइशी कॉलोनियां डूब चुकी हैं। करंट से 3 मौत हो चुकी है और स्थिति के मद्देनजर सभी स्कूल बंद करने का फैसला किया गया। पुणे में रिहाइशी कॉलोनियों में जलभराव इतने बड़े पैमाने पर हुआ है कि कम से कम 15 कॉलोनियों के लोगों का जीना मुहाल हो गया है। सड़कें, गलियां, घर सब कुछ बाढ़ के पानी में डूबे हुए हैं। उसी से गुजरकर लोग कहीं आने जाने के लिए मजबूर हैं। सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं और बुजुर्गों को हो रही है।
पुणे में रेस्क्यू के लिए सेना तैनात
पुणे में प्रभावित लोगों को निकालने और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए भारतीय सेना की कई टुकड़ियां लगाई गई हैं। अब तक लगभग 400 लोगों को निकाला जा चुका है। अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित सिंहगढ़ रोड इलाके में सेना की दो टुकड़ियां तैनात की गई हैं। इसके अलावा, राहत अभियान चलाने के लिए एनडीआरएफ, दमकल विभाग के साथ-साथ जिला और शहर आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठों की टीमों को भी लगाया गया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि अगर ज़रूरत पड़ी तो बारिश से प्रभावित लोगों को हवाई मार्ग से पुणे ले जाया जाएगा।
भिड़े ब्रिज और एपीएमसी मार्केट पानी में डूबे
पुणे के बवधान इलाके की सड़कें नाले में तब्दील हो चुकी हैं। शहर में कुदरत के कहर की दूसरी बानगी डूब चुके भिड़े ब्रिज की तस्वीरें बयां कर रही हैं। बारिश और बाढ़ के पानी में डूबे पुणे की ड्रोन तस्वीरें हैरान करने वाली हैं। बेहिसाब हुई बारिश के बाद बाढ़ का पानी मेट्रो स्टेशन में भी घुस चुका है। भिड़े ब्रिज डूब चुका है। सड़कें-कॉलोनियां, सब जगह पानी-पानी नजर आ रहा है। एपीएमसी मार्केट पानी में लबालब है। वहीं मुथा नदी के किनारे ओमकारेश्वर मंदिर तकरीबन डूब चुका है।
बता दें कि पुणे शहर ही नहीं, जिले के पिंपरी-चिंचवड़, मावल और लोनावला इलाकों में भी मूसलाधार बारिश ने ऐसे हालत पैदा कर दिए हैं, जिसे देखकर लगता है मानों एक साथ आसमान ही फट पड़ा हो। इसी जबरदस्त बारिश के कारण मलवली इलाके के एक बंगले में 20 से अधिक पर्यटक फंस गए थे। बहुत मुश्किल से गले तक पानी में जाकर शिवदुर्ग बचाव दल ने पर्यटकों को बाहर निकाला।
डैम को ओवरफ्लो से बचाने के लिए 40 हजार क्यूसेक पानी छोड़ना पड़ा है। सिंहगड रोड पानी में डूबा हुआ है। निगम कर्मी पानी निकासी के लिए जुटे हुए हैं। बारिश के बाद बिगड़ते हालात को देखते हुए डिप्टी सीएम और प्रभारी मंत्री अजित पवार लगातार बैठकें कर रहे हैं। जिला प्रशासन ने बाढ़ के हालात को देखते हुए स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है। राहत बचाव तेज किया जा रहा है।
डिप्टी सीएम अजित पवार ने स्थिति का जायजा लिया
राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने स्थिति का जायजा लिया और मुंबई, पुणे और ठाणे के संभागीय आयुक्तों और अन्य अधिकारियों से फोन पर बात की और सतर्कता बनाए रखने तथा बचाव और राहत कार्य के निर्देश दिए। बृहन्मुंबई नगर निगम ने भी एक्स पर एक पोस्ट में मुंबई के लोगों से अपील की कि वे शुक्रवार सुबह तक जारी ‘रेड अलर्ट’ के मद्देनजर मुंबई से बाहर निकलने से बचें। इसके अलावा, शहर के सभी स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी गई है क्योंकि मौसम विभाग ने मुंबई और पड़ोसी ठाणे, रायगढ़ और पालघर जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है।