फर्रुखाबाद। शहर में खुले नाले एक बार फिर जानलेवा साबित हुए। थाना मऊदरवाजा क्षेत्र के गल्ला मंडी स्थित बीबीगंज पुलिया के पास बुधवार देर शाम एक दर्दनाक हादसे में 60 वर्षीय पल्लेदार शेर सिंह राजपूत की नाले में गिरने से मौत हो गई। नाले में अत्यधिक कूड़ा, गंदगी और पानी भरा होने के कारण उनका कई घंटों तक कोई पता नहीं चल पाया। करीब छह घंटे तक चले कठिन रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद देर रात जेसीबी मशीन की मदद से पुलिया को तोड़कर उनका शव बाहर निकाला जा सका।
घटना के बाद पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। मौके पर भारी संख्या में लोग जमा हो गए। परिजन और मोहल्ले के लोग रात भर घटनास्थल पर डटे रहे।
थाना प्रभारी के अनुसार शाम करीब 5:45 बजे शेर सिंह राजपूत काम से लौटते समय गल्ला मंडी के पास से गुजर रहे थे। उसी दौरान उनका पैर फिसला और वे संतुलन खोकर सीधे खुले नाले में जा गिरे। यह पूरी घटना आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई।
नाले में भरे कूड़े और गंदे पानी के कारण वे भीतर फंस गए और बाहर निकलने का कोई मौका नहीं मिला।
सूचना मिलते ही पुलिस, नगर पालिका और स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और शव की तलाश शुरू की गई। घंटों तक पानी और कूड़े में तलाश करने के बाद जब कोई सफलता नहीं मिली तो देर रात जेसीबी मशीन मंगवाई गई।
करीब छह घंटे की मशक्कत के बाद पुलिया का एक हिस्सा तोड़ा गया, तब जाकर नाले से शेर सिंह का शव बरामद किया जा सका। शव निकलते ही घटनास्थल पर मौजूद परिजनों में चीत्कार मच गई और माहौल गमगीन हो गया।
इस दौरान मौके पर फर्रुखाबाद के अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार और सीओ सिटी ऐश्वर्या उपाध्याय भी पहुंची रहीं। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया।
शेर सिंह राजपूत के परिवार पर मानो दुखों का पहाड़ टूट पड़ा हो। परिवार में उनकी दो बेटियां मिथलेश और आरती, तथा एक छोटा बेटा दीपू राजपूत है।
सबसे दुखद तथ्य यह है कि छह वर्ष पहले उनके बड़े बेटे बबलू राजपूत की भी इसी तरह नाले में गिरकर मौत हो गई थी। एक ही परिवार में दूसरी बार इस तरह की मौत से पूरा मोहल्ला सदमे में है।
पिता की मौत की सूचना मिलते ही बेटी आरती अपने ससुराल से रोती-बिलखती हुई पहुंची। बेटा दीपू का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार की आर्थिक हालत पहले से ही कमजोर बताई जा रही है, ऐसे में यह हादसा परिवार के लिए भारी त्रासदी बन गया है।
थाना प्रभारी मऊदरवाजा लक्ष्मण सिंह ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है कि शेर सिंह का पैर अचानक फिसल गया और वे खुले नाले में गिर गए। नगर पालिका की मदद से काफी प्रयासों के बाद देर रात शव बरामद किया जा सका है। पूरे मामले में विधिक कार्रवाई की जा रही है।”
हादसे के बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखा गया। लोगों ने आरोप लगाया कि नगर पालिका की घोर लापरवाही के कारण खुले नाले मौत का जाल बन चुके हैं।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि बीबीगंज पुलिया समेत शहर के कई इलाकों में नाले खुले पड़े हैं, न तो उन पर ढक्कन लगे हैं और न ही सुरक्षा के कोई इंतज़ाम हैं। पहले भी कई बार हादसे हो चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
घटना के बाद लोगों ने पीड़ित परिवार को आर्थिक मुआवजा देने और शहर के सभी खुले नालों को तत्काल ढकवाने की मांग की है। लोगों का कहना है कि जब तक प्रशासन ठोस कदम नहीं उठाएगा, तब तक ऐसे हादसे रुकने वाले नहीं हैं।





