अवैध बस्तियों पर चलेगा बड़ा अभियान, खाली सरकारी इमारतें बनेंगी डिटेंशन सेंटर
लखनऊ। राजधानी में घुसपैठियों की बढ़ती मौजूदगी की आशंका के बीच प्रशासन ने सख़्त कदम उठाने की तैयारी कर ली है। बटलर रोड स्थित अवैध बस्तियों में बांग्लादेशियों की मौजूदगी का संदेह जताया गया है, जिसके बाद अतिक्रमण हटाने का बड़ा अभियान चलाया जाएगा। यह कार्रवाई बहुखंडी मंत्री आवास के पास संचालित अवैध झोपड़ियों को भी कवर करेगी। LDA और नगर निगम की संयुक्त टीम इस अभियान को अंजाम देगी।
घुसपैठियों की पहचान के लिए सभी संदिग्ध लोगों की व्यापक जांच कराई जाएगी। प्रशासन के अनुसार इन अवैध बस्तियों में रहने वाले कई लोगों के दस्तावेज़ संदिग्ध पाए गए हैं, जिससे बांग्लादेशी और रोहिंग्या नागरिकों की मौजूदगी की आशंका मजबूत हुई है।
इसी क्रम में प्रदेश सरकार ने खाली सरकारी इमारतों और सामुदायिक केंद्रों को डिटेंशन सेंटर में बदलने का निर्णय लिया है। चिन्हित बांग्लादेशी, रोहिंग्या और अफ्रीकी देशों के घुसपैठियों को कड़ी सुरक्षा में रखा जाएगा। दस्तावेज़ों के सत्यापन के बाद इन्हें मूल देश भेजने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
सूत्रों के अनुसार दिल्ली में पहले से ही 18 डिटेंशन सेंटर मौजूद हैं, जहां लगभग 1500 विदेशी नागरिक रखे गए हैं। अब उत्तर प्रदेश भी इसी मॉडल पर कड़े कदम उठाने की तैयारी में है। प्रशासन ने सभी जिलों को रिपोर्ट सौंपने और संदिग्ध विदेशी नागरिकों की पहचान तेज करने के निर्देश दिए हैं।
प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि राष्ट्रीय सुरक्षा और जनसांख्यिकीय संतुलन को ध्यान में रखते हुए यह कार्रवाई अत्यंत आवश्यक है।





