सूत्रों के अनुसार आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों ने 1 साल का 12 कुंतल चावल सीडीपीओ की मिली भगत से किया गायब, भ्रष्टाचार का खुलासा
अमृतपुर/फर्रुखाबाद: शासन की मंशा के विपरीत कार्य करने वाले CDPO के साथ ही आंगनबाड़ी (Anganwadi) कार्यकत्री भी पीछे नहीं दिखाई दे रही हैं। जिसके चलते कुपोषित बच्चे गर्भवती ननिहाल बच्चे परेशान हैं। शासन के निर्देश है कि प्रतिमाह आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के द्वारा बच्चों को बाल पुष्टाहार वितरण किया जाए।
हालांकि हकीकत पर कुछ और ही दिखाई दे रहा है जिसके चलते क्षेत्रीय ग्रामीण परेशान हैं सूत्रों के अनुसार पता चला है कि डीपीओ से साथ मिलकर भ्रष्टाचार करने वाली आंगनवाड़ी लगातार ग्राम वासियों को परेशान करती है ई केवाईसी के नाम पर अंगूठा लगवा कर राशन न देना एक जरिया बना लिया है बताया जा रहा है कि बाल पुष्टाहार के साथ ही डेढ़ किलो प्रति बच्चों के रूप में चावल भी आता है जिसका आज तक एक साल से वितरण नहीं किया गया।
जिसके चलते सीडीपीओ की मिली भगत से पूरे ब्लॉक में सैकड़ो कुंतल चावल गवन किया गया है हालांकि सरकार योजनाओं को चालू करके बच्चों को स्वस्थ बनाने के लिए कार्य तो करती है लेकिन चंद पैसों में बिक जाने वाले अधिकारी योजनाओं को धूल में मिलने का काम कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि ग्राम पंचायत गूजरपुर पमारान में आम जनता परेशान है बच्चों का राशन नहीं मिल रहा है गर्भवती महिलाएं दरवाजे पर जाकर लौट आई हैं।
बताया जा रहा है कि आंगनबाड़ी सुधा यादव के द्वारा मनमाने तरीके से अपने घर पर पुष्टाहार वितरण किया जाता है। साथ ही लगभग कोटेदार से 28 कुंतल चावल आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने लेकर गवर्न कर दिया किसी बच्चे को एक दाना तक नसीब नहीं हुआ। लेकिन शासन के निर्देश है कि केंद्र पर ही राशन का वितरण किया जाएगा लेकिन ऐसा देखने को नहीं मिल रहा है। कुछ महिलाएं शिकायत करती हैं कि ई केवाईसी तो करवा ली जाती है अगर गर्भवती महिला है तो उसे आधा किलो दलिया आधा किलो दाल देकर ही टरका दिया जाता है।
जब इस संबंध में जिला अधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि इस भ्रष्टाचार पर जल्द कमेटी का गठन कर जांच पड़ताल की जाएगी दोषी आने पर अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी


