मऊ। घोसी विधानसभा क्षेत्र के समाजवादी पार्टी के विधायक सुधाकर सिंह का गुरुवार सुबह लखनऊ के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। 67 वर्षीय वरिष्ठ नेता दो दिन से उपचाराधीन थे। सीने में दर्द की शिकायत के बाद उन्हें पहले वाराणसी में भर्ती कराया गया था, जहां हालत बिगड़ने पर उन्हें लखनऊ रेफर किया गया था। इलाज के दौरान गुरुवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की पुष्टि बेटे डॉ. सुजीत सिंह ने की।
सुधाकर सिंह की तबीयत अचानक बिगड़ने की शुरुआत दिल्ली एयरपोर्ट से हुई थी। वह मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी के विवाह समारोह में शामिल होने के बाद लौट रहे थे। सफर के दौरान सांस लेने में परेशानी बढ़ने पर उन्हें वाराणसी ले जाया गया, जहां हालत गंभीर होने पर लखनऊ शिफ्ट किया गया। दस साल से हार्ट के मरीज रहे सुधाकर सिंह को 2022 में पेसमेकर भी लगाया गया था।
सुधाकर सिंह ने 2023 के उपचुनाव में कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान को 42,759 मतों से हराकर रिकॉर्ड जीत हासिल की थी। यह सीट दारा सिंह चौहान के सपा छोड़कर भाजपा ज्वाइन करने से खाली हुई थी। 33 राउंड की मतगणना में सुधाकर सिंह को 1,24,427 वोट मिले थे, जबकि दारा सिंह चौहान को 81,668 वोट मिले।
सुधाकर सिंह का तीन दशक लंबा राजनीतिक सफर बेहद प्रभावशाली रहा। उन्होंने पहली बार 1996 में नत्थूपुर (वर्तमान घोसी) से सपा प्रत्याशी के रूप में जीत दर्ज की थी। इसके बाद 2012 में भी वे विधानसभा पहुंचे। 2017 और 2019 के चुनावों में हार के बावजूद उन्होंने जनता के बीच अपनी मजबूत पकड़ बनाए रखी। 2023 का उपचुनाव उनकी तीसरी विजय था।
किसान और दलित समुदाय में विशेष लोकप्रियता रखने वाले सुधाकर सिंह को घोसी क्षेत्र का कद्दावर नेता माना जाता था। उनके निधन से जिले सहित पूरे पूर्वांचल की राजनीति में शोक की लहर है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव सहित विभिन्न दलों के नेताओं ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है।






