मेरठ। शहर में प्रदूषण नियंत्रण के दावे मंगलवार को कूड़ा जलाने के बढ़ते धुएं में पूरी तरह ध्वस्त दिखे। लगातार जलते कचरे, बेहद धीमी हवाओं और खराब होती वायु परिस्थितियों ने माहौल को खतरनाक स्तर तक पहुंचा दिया है। शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 के पार दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर श्रेणी’ माना जाता है। मंगलवार सुबह पल्लवपुरम में AQI 404 तक पहुंच गया, जबकि शाम को यह 390 दर्ज हुआ। बुधवार सुबह परतापुर क्षेत्र में भी AQI 379 मापा गया, जो स्थिति की गंभीरता को साफ बयां करता है।
शहर के कई इलाकों में खुले में कूड़ा जलाने की घटनाएं लगातार जारी हैं। धुएं के गुबार सड़क किनारों और रिहायशी इलाकों में फैल रहे हैं, जिससे सांस संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है। प्रशासन की ओर से कूड़ा जलाने पर रोक के बावजूद न तो मॉनिटरिंग हो रही है, न ही जिम्मेदार विभाग किसी सख्त कार्रवाई के मूड में दिख रहा है। लगातार बिगड़ती हवा ने लोगों की दैनिक जिंदगी को प्रभावित करना शुरू कर दिया है, वहीं प्रदूषण नियंत्रण के सभी दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं।





