फर्रुखाबाद: फतेहगढ़ कलेक्ट्रेट सभागार (Collectorate auditorium) में जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी की अध्यक्षता तथा विधायक अमृतपुर सुशील शाक्य की उपस्थिति में 03 जनवरी 2026 से 03 फरवरी 2026 तक आयोजित होने वाले श्री रामनगरिया मेला (Shri Ramnagariya fair) एवं विकास प्रदर्शनी की तैयारियों को लेकर महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में साधु संतों, मेला समिति तथा विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया।
अपर जिलाधिकारी (न्यायिक)/मेला सचिव ने बताया कि विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी मेला क्षेत्र में पेयजल हेतु हैंडपंप और समर्सिबल पंप लगाए जाएंगे तथा विशेष पर्वों पर नगर पालिका के टैंकरों से पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। संपूर्ण मेला क्षेत्र की सजावट, पुलों को आकर्षक रूप देने, सभी साधु संतों व कल्पवासियों के कैंप तथा दुकानों को विद्युत आपूर्ति उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। ध्वनि व्यवस्था हेतु पूरे मेला क्षेत्र में ध्वनि विस्तारक यंत्र, सुरक्षा के लिए ड्रोन कैमरे और सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे तथा संपूर्ण मेले की वीडियोग्राफी कराई जाएगी।
मेला क्षेत्र में पर्याप्त संख्या में अस्थायी शौचालय भी बनाए जाएंगे।जिलाधिकारी ने बेहतर मेला प्रबंधन हेतु साधु–संतों और मेला समिति से सुझाव मांगे, जिनमें दुकानों की पूर्व स्थापना, टेंट की समुचित व्यवस्था, समिति सदस्यों को पहचान पत्र जारी करने, मेले में महंगे कलाकार न बुलाने, आय व्यय का विवरण सार्वजनिक करने, श्रद्धालुओं के लिए रेंटल कॉटेज, अस्थायी मोबाइल टावर, घाटों का नामकरण व नंबरिंग, मेला क्षेत्र को प्लास्टिक थर्माकोल मुक्त, गंगा में गिरते नालों की टैपिंग, विद्युत सिक्योरिटी वापस करने तथा एक और पैंटून पुल बनवाने जैसे सुझाव प्रमुख रहे।इस दौरान विधायक अमृतपुर सुशील शाक्य ने कहा कि मेले का प्रान्तीयकरण कराने का प्रयास किया जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक ने अपील की कि कोई भी व्यक्ति कानून व्यवस्था अपने हाथ में न ले तथा किसी भी समस्या पर तुरंत पुलिस प्रशासन को सूचना दे।जिलाधिकारी ने बताया कि उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग द्वारा मेले के लिए 30 लाख रुपये का बजट उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि सीमित संसाधनों के बावजूद सामूहिक प्रयासों से मेले को भव्यता और दिव्यता प्रदान की जा सकती है।
मेले का आयोजन पूर्ण सनातन संस्कृति, कल्पवास परंपरा और शुचिता के साथ किया जाएगा। बैठक में साधु संत, मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व), नगर मजिस्ट्रेट, उपजिलाधिकारी सदर, विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी तथा मेला समिति के सदस्य उपस्थित रहे।


