फर्रुखाबाद/बिल्हौर: बिल्हौर क्षेत्र में सक्रिय भूमाफियाओं के बढ़ते दबदबे के खिलाफ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता (Congress leader) रिज़वान अहमद ताज (Rizwan Ahmed Taj) ने मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने पुलिस कमिश्नर कानपुर नगर तथा जिलाधिकारी को भेजे शिकायती पत्र में मांग की है कि संगठित भू-माफिया गिरोह पर तत्काल मुकदमा दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जाए।
रिज़वान अहमद ताज ने अपने ज्ञापन में आरोप लगाया कि बिल्हौर करवा, पंतनगर निवासी डॉ. आफताब अहमद उर्फ चन्दा, अख़लाक अहमद, अफ़ज़ाल अहमद, अंसार हैदर, सरवर हुसैन अब्बासी, अनवर अली, अजमत अली तथा इनके पुत्रगण लंबे समय से संगठित होकर ज़मीनों पर अवैध कब्ज़ा करने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस गैंग ने उनकी भाभी स्व. साक़िया बेगम (पत्नी स्व. शकील अहमद) की कृषि भूमि पर जबरन कब्ज़ा कर लिया है। आरोप है कि भूमाफियाओं ने खेत की मेड़ तोड़कर अपनी जमीन में मिलाया और उस पर आलू की बुवाई कर दी, ताकि कब्ज़े के तथ्य को छिपाया जा सके।
कांग्रेस नेता ने कहा कि यह गिरोह “सफेदपोश अपराधियों” का नेटवर्क है, जो पहले भोले-भाले, कम पढ़े-लिखे लोगों को कोर्ट–कचहरी में उलझाकर उन पर दबाव बनाता है और फिर उनकी जमीन पर जबरिया कब्ज़ा कर लेता है। जब पीड़ित पक्ष पुलिस या राजस्व विभाग से न्याय की फरियाद करता है, तो भू-माफिया अधिकारियों को यह कहकर गुमराह कर देते हैं कि जमीन पर मुकदमा विचाराधीन है।
उनके अनुसार, इसी बहाने पुलिस और राजस्व अधिकारी कार्रवाई करने से पीछे हट जाते हैं, जिससे इन भूमाफियाओं के हौसले और बुलंद होते जा रहे हैं। यह स्थिति मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस नीति का मज़ाक उड़ाने जैसा है।
रिज़वान अहमद ताज ने आरोप लगाया कि बिल्हौर तहसील और कस्बे में उच्चाधिकारियों ने अब तक भूमाफियाओं पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है, जिससे कभी भी बड़ा विवाद या खून-खराबा होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो बिल्हौर में कानून-व्यवस्था की गंभीर स्थिति पैदा हो सकती है, जिसकी पूरी जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन और दबंग भूमाफियाओं की होगी।
उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की है कि भू-माफियाओं के खिलाफ तत्काल मुकदमा पंजीकृत किया जाए और पीड़ित परिवार को उसकी कब्जाई गई जमीन वापस दिलाई जाए। ज्ञापन में यह भी उल्लेख है कि पीड़ित पक्ष कई बार प्रशासन को प्रार्थना पत्र दे चुका है, लेकिन किसी प्रकार की सुनवाई नहीं हुई।कांग्रेस नेता ने कहा कि यदि स्थानीय प्रशासन चुप्पी साधे रहा, तो वे जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दरबार में न्याय की गुहार लगाएंगे।


