लखनऊ: भारत में महिलाओं (women) के योगदान की सराहना करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने रविवार को कहा, भारत की नारी शक्ति राष्ट्र और धर्म की रक्षा में कभी पीछे नहीं रही। उन्होंने कहा, आज सैन्य स्कूलों के दरवाजे लड़कियों के लिए खुले हैं।
भारतीय महिलाएँ सियाचिन की ऊँचाइयों से लेकर समुद्र की गहराइयों तक राष्ट्र के सुरक्षा घेरे को मज़बूत कर रही हैं। हाल ही में, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, महिला पायलटों और महिला सैनिकों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मैं कह सकता हूँ कि भारत की हर बेटी भारत के सम्मान और गरिमा की रक्षा के लिए उदा देवी बन सकती है।
राजनाथ सिंह ने रविवार को वीरांगना ऊदा देवी पासी के शहादत दिवस पर यहाँ ये बातें कहीं। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ वृंदावन कॉलोनी स्थित पासी चौक पर बंदूक थामे ऊदा देवी की 12 फुट ऊँची और 6 टन वज़नी प्रतिमा का अनावरण किया। रक्षा मंत्री ने कहा, “ऊदा देवी की कहानी स्वतंत्रता संग्राम में महिलाओं की भूमिका को उजागर करती है। वह हमें याद दिलाती हैं कि अगर महिलाएं बंदूक चला सकती हैं, युद्ध लड़ सकती हैं और ब्रिटिश सैनिकों को मार सकती हैं, तो वे किसी भी तरह से पुरुषों से कम नहीं हैं।
उनका बलिदान हमें सिखाता है कि सच्चा साहस अन्याय, भेदभाव और गुलामी के खिलाफ डटकर खड़े होने में निहित है।” वीरांगना ऊदा देवी पासी 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान लखनऊ के सिकंदर बाग में 36 ब्रिटिश सैनिकों को मारकर शहीद हो गई थीं। उन्होंने कहा, जब ऊदा देवी शहीद हुईं, तो ब्रिटिश अधिकारियों ने अपनी टोपियाँ उतारकर उन्हें सलामी दी। यह उनकी बहादुरी का प्रमाण था। पासी समुदाय ने स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने अपना सब कुछ कुर्बान कर दिया।
इस अवसर पर लखनऊ के सांसद ने विकास के प्रति समर्पण के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद देना चाहता हूँ कि उन्होंने वह कर दिखाया जो इतने सालों में कई लोग नहीं कर पाए। मैंने कभी नहीं सोचा था कि कोई मुख्यमंत्री समाज की इतनी परवाह करेगा। योगी जी ने यह कर दिखाया है। समाज के दबे-कुचले नायकों को सामने लाना कोई आसान काम नहीं है। कार्यक्रम में दोनों उप-मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और केंद्रीय मंत्री कमलेश पासवान मौजूद थे।


