यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। जिला अधिकारी के पास शिकायत लेकर पहुंची एक 75 वर्षीय वृद्धा की तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिससे कलेक्ट्रेट परिसर में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में महिला को लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उसकी स्थिति को स्थिर बताया। नगर मजिस्ट्रेट और महिला थाना अध्यक्ष तुरंत अस्पताल पहुंचे और महिला का हालचाल लिया। इस घटना ने पूरे दिन कलेक्ट्रेट में चर्चा का माहौल बना दिया।
बताया जा रहा है कि पीडि़ता, उर्मिला देवी, निवासी कायमगंज, अपने मंदबुद्धि पुत्र के हिस्से की जमीन के साथ किए गए धोखाधड़ी के मामले में न्याय की गुहार लगाने कलेक्ट्रेट पहुंची थी। उर्मिला देवी ने अपने शिकायती पत्र में भूमाफियाओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि भूमाफिया उनके मंदबुद्धि पुत्र को लड़की दिखाने के बहाने मोटरसाइकिल पर बैठाकर ले गए और जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो उन्हें भी अपने साथ ले जाया गया।
पीडि़ता के बड़े पुत्र बृजेश ने कहा था कि लड़की दिखाने के बाद उनके भाई को सुरक्षित घर छोड़ दिया जाए, लेकिन भूमाफियाओं ने दोनों को मैनपुरी ले जाकर, फिर जबरन कायमगंज तहसील लाकर उर्मिला देवी के पुत्र के हिस्से की जमीन का बैनामा एक मधु चौहान नामक व्यक्ति के नाम करा दिया। आरोप यह भी है कि इस प्रक्रिया में फर्जी आधार कार्डों का उपयोग किया गया और बैनामा के बदले कोई पैसे नहीं दिए गए।
मंगलवार को, यह गंभीर शिकायत लेकर उर्मिला देवी जिला मुख्यालय पहुंची थी, लेकिन शिकायत दर्ज कराने के दौरान उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। कलेक्ट्रेट अधिकारियों ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए तुरंत महिला को लोहिया अस्पताल पहुंचाया, जहां फिलहाल उनकी स्थिति में सुधार है। घटना के बाद नगर मजिस्ट्रेट और महिला थाना अध्यक्ष ने अस्पताल में पहुंचकर वृद्धा की स्थिति का जायजा लिया। इस घटना ने कलेक्ट्रेट में कार्यरत अधिकारियों और आम जनता के बीच भारी चिंता और चर्चा का माहौल पैदा कर दिया है। मामले की जांच जारी है, और वृद्धा के साथ हुए धोखाधड़ी के आरोपों को गंभीरता से लिया जा रहा है।
भूमाफियाओं द्वारा गरीब और असहाय लोगों की जमीनों पर कब्जा करने की घटनाएं पहले भी सामने आती रही हैं, लेकिन इस घटना ने प्रशासन की कार्यशैली और आम जनता की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।