नई दिल्ली| जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर जिले स्थित नौगाम पुलिस स्टेशन में देर रात हुए भीषण विस्फोट ने पूरे प्रशासनिक तंत्र को हिला दिया। गृह मंत्रालय द्वारा जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, इस दर्दनाक हादसे में नौ लोगों की मौत हो गई, जबकि 27 पुलिसकर्मी, दो राजस्व अधिकारी और तीन नागरिक गंभीर रूप से घायल हुए हैं। सभी घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका उपचार जारी है।
गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव (जम्मू-कश्मीर प्रभाग) प्रशांत लोखंडे ने बताया कि धमाके से पुलिस स्टेशन की इमारत और आसपास की कई संरचनाओं को भारी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि घटना की गहन जांच की जा रही है और किसी भी तरह की अटकलों से बचने की अपील की है। लोखंडे के अनुसार, रात लगभग 11:20 बजे पुलिस स्टेशन परिसर में यह आकस्मिक विस्फोट उस समय हुआ, जब पुलिस आतंकी मॉड्यूल के खुलासे के बाद बरामद किए गए विस्फोटक पदार्थों और रसायनों के सैंपल ले रही थी। बरामद सामग्री को सुरक्षा मानकों के तहत खुले क्षेत्र में रखा गया था और फॉरेंसिक परीक्षण के लिए सैंपल तैयार किए जा रहे थे, तभी अचानक तेज धमाका हो गया।
उन्होंने यह भी बताया कि हरियाणा के फरीदाबाद से पकड़े गए आतंकी मॉड्यूल के तार जुड़े होने के कारण इस बार बरामद विस्फोटक अत्यंत अस्थिर और संवेदनशील प्रकृति के थे, जिनका सैंपल लेते समय अतिरिक्त सावधानी बरतना जरूरी था। इसके बावजूद प्रक्रिया के दौरान अचानक हुए विस्फोट में कई कर्मियों ने अपनी जान गंवा दी, जो बेहद दुखद है।
गृह मंत्रालय ने कहा कि हादसे के वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए उच्चस्तरीय जांच जारी है। सरकार ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि इस त्रासदी की घड़ी में पूरा राष्ट्र उनके साथ खड़ा है।




