पटना| बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को भारी बहुमत मिलने के साथ ही यह स्पष्ट हो गया कि नीतीश कुमार एक बार फिर राज्य की कमान संभालेंगे। शुक्रवार दोपहर से जैसे ही रुझानों में एनडीए की बढ़त दिखी, पटना के 1, अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास में बधाइयों का सिलसिला शुरू हो गया। शाम तक जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा, केंद्रीय मंत्री रामनाथ ठाकुर और भाजपा के कई शीर्ष नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी फोन कर जीत की बधाई और नई पारी के लिए शुभकामनाएं दीं।
शनिवार सुबह होते ही सीएम आवास पर राजनीतिक हलचल और बढ़ गई। लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बधाई देने पहुंचे और आगे की रणनीति पर चर्चा की।
चुनाव में एनडीए की सीट संख्या ऐतिहासिक रूप से बढ़कर 202 पहुंच गई है। भाजपा ने 89, जदयू ने 85, लोजपा (राम विलास) ने 19, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने पांच और राष्ट्रीय लोक मोर्चा ने चार सीटें जीती हैं। दूसरी ओर महागठबंधन मात्र 35 सीटों पर सिमट गया, जिसमें राजद को 25, कांग्रेस को छह और भाकपा-माले को दो सीटें मिलीं। एआईएमआईएम ने पांच और बसपा ने एक सीट हासिल की है। बहुमत के आंकड़े 122 से कहीं अधिक सीटें जीतकर एनडीए की सरकार वापसी तय हो गई है।
नीतीश कुमार के 10वीं बार मुख्यमंत्री बनने की तैयारी के साथ ही शपथ ग्रहण को लेकर भी हलचल तेज है। भाजपा के बिहार चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा, ललन सिंह और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय सहित कई वरिष्ठ नेताओं के साथ शनिवार को विस्तृत चर्चा होने की संभावना है। माना जा रहा है कि आज ही शपथ ग्रहण की तारीख और नई सरकार के मंत्रिमंडल का प्रारूप तय कर लिया जाएगा।




