फर्रुखाबाद: गंगा तटबंध निर्माण (Ganga embankment construction) की वर्षों पुरानी मांग अब निर्णायक मोड़ की ओर बढ़ती दिख रही है। इसी कड़ी में तटबंध बनाओ जन संघर्ष समिति की पहली महत्वपूर्ण बैठक (important meeting) आज जमापुर चौराहे पर संपन्न हुई, जिसमें क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। ग्रामीणों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने एक सुर में कहा कि गंगा जी के दोनों ओर तटबंध का निर्माण ही बाढ़ से स्थायी राहत दिला सकता है।
बैठक में उपस्थित क्षेत्रवासियों ने तटबंध निर्माण के लिए दिन-रात संघर्ष करने का संकल्प लिया और समिति के हर अभियान में तन-मन-धन से साथ देने की घोषणा की। करीब हर वर्ष आने वाली गंगा की बाढ़ से हजारों परिवारों की जिंदगी उजड़ती है। सैकड़ों गांव कटान की चपेट में आते हैं, हजारों एकड़ जमीन गंगा में समा जाती है और जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो जाता है। इसी दर्द को आवाज देने के लिए यह आंदोलन शुरू किया गया है।
करणी सेना के जिला अध्यक्ष मंथन सिंह ने कहा कि गंगा जी के दोनों किनारों पर तटबंध बनना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि बाढ़ हर वर्ष विनाश का सिलसिला दोहराती है। उन्होंने जनता के मजबूत संकल्प की सराहना करते हुए आंदोलन को सफल बनाने का आह्वान किया। प्रसिद्ध राम कथा व्यास आचार्य अम्बरी महाराज ने जनप्रतिनिधियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह काम उनके द्वारा किया जाना चाहिए, जो जनता ने चुने हैं। “जिस क्षेत्र में जनता दर्द झेले, वहां का राजा चैन से नहीं सो सकता,” उन्होंने कहा।
राष्ट्रीय बजरंग दल के विभाग अध्यक्ष कमल पांडे ने बताया कि बाढ़ लोगों के जीवनभर की कमाई, खेत–खलिहान सब नष्ट कर देती है। “हम संघर्ष के लिए मैदान में उतर चुके हैं। जब तटबंध बनेगा, तब खेतों में हर फसल लहलहाएगी और क्षेत्र खुशहाल होगा,” उन्होंने कहा। पिंटू सोमवंशी ने साफ कहा कि वे तन-मन-धन से आंदोलन में साथ हैं और यदि ज़रूरत पड़ी तो जेल जाने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
डॉ. पंकज राठौर ने सरकार की राहत व्यवस्था पर सवाल उठाया। “राहत पैकेट या कुछ रुपयों की चेक से जनजीवन वापस नहीं आता। स्थायी समाधान सिर्फ तटबंध है,” उन्होंने स्पष्ट कहा। राष्ट्रीय बजरंग दल के जिला अध्यक्ष विष्णु मिश्रा ने कहा कि “पूरा बजरंग दल आंदोलन में साथ है। जब तक तटबंध नहीं बनेगा, तब तक एक-एक कार्यकर्ता संघर्ष में लगा रहेगा,” उन्होंने कहा।
जिला पंचायत सदस्य मनोज मिश्रा ने कहा कि भईयन मिश्रा के नेतृत्व में अब तक हर जनहित आंदोलन सफल हुआ है, और यह तटबंध आंदोलन भी जीत हासिल करेगा। जिला पंचायत सदस्य श्याम सुंदर अग्निहोत्री (भैया पंडित ने कहा कि गंगा पार के गांवों के लिए तटबंध बनना जीवन-मृत्यु का प्रश्न बन चुका है।
प्रधान रामवीर बाथम ने कहा कि पूरे क्षेत्र का एक-एक ग्रामवासी आंदोलन में साथ देगा। ओपेंद्र सिंह यादव ने कहा कि लाखों लोगों की बर्बादी रोकने का एकमात्र उपाय तटबंध निर्माण है।
अध्यक्षता करते हुए भईयन मिश्रा ने कहा हर वर्ष आने वाली बाढ़ से फर्रुखाबाद जनपद की चारों विधानसभाओं के हजारों गांव प्रभावित होते हैं। न जाने कितनी जानें जाती हैं, कितनी जमीन गंगा में समा जाती है। अब यह सहन नहीं होगा। जनपद की सीमा से अंतिम छोर तक दोनों किनारों पर तटबंध बनाना अनिवार्य है।” उन्होंने बताया कि समिति शीघ्र ही जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपेगी। यदि शीघ्र निर्णय न लिया गया, तो बड़ा जन आंदोलन छेड़ा जाएगा। सभा में उपस्थित सभी लोगों ने सामूहिक रूप से तटबंध निर्माण की मांग का समर्थन किया और हर स्तर पर सहयोग देने का वादा किया।
बैठक में प्रमुख रूप से अनूप अग्निहोत्री, लाल सिंह कुशवाहा, निशु दुबे, महिपाल राजपूत, शिवेंद्र बाजपेई, राजीव वर्मा, गोपाल सिंह, मोहित खन्ना, शिवकुमार सिंह, संदीप पांडे, रत्नेश पांडे, राजीव सिंह, अतीक खान, आदिल खान, अशोक शाक्य, रामरूप जाटव, अमरपाल कटारिया — सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी मौजूद रहे।


