– शासन की धर्मार्थ योजना से स्वीकृत कार्यों की वित्तीय सहमति
फर्रुखाबाद: उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) ने धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व वाले स्थलों को जोड़ने वाले मार्गों (roads) के कायाकल्प की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। इस पहल का उद्देश्य श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुगम यात्रा उपलब्ध कराना है, साथ ही प्रदेश को वैश्विक धार्मिक पर्यटन (global religious tourism) के नक्शे पर और सशक्त बनाना भी है।
लोक निर्माण विभाग द्वारा तैयार कार्ययोजना के अनुसार, राज्यभर के प्रमुख धार्मिक स्थलों को जोड़ने वाले मार्गों के सुदृढ़ीकरण, चौड़ीकरण और नवनिर्माण के कार्यों का चयन कर उन्हें धर्मार्थ कार्य विभाग के प्रमुख सचिव से स्वीकृति दिलाई जा रही है। इसी क्रम में वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए फर्रुखाबाद जनपद को धर्मार्थ योजना अंतर्गत 12 मार्गों के विकास कार्य हेतु ₹16 करोड़ 7 लाख 31 हजार रुपये की प्रशासकीय और वित्तीय स्वीकृति प्राप्त हुई है।
उत्तर प्रदेश शासन के अनु सचिव अभिषेक गंगवार की ओर से प्रमुख अभियंता विकास एवं अध्यक्ष, लोक निर्माण विभाग उत्तर प्रदेश को स्वीकृत कार्यादेश जारी किया गया। स्वीकृत कार्यों में फर्रुखाबाद जनपद के भोजपुर और अमृतपुर विधानसभा क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाले प्रमुख धार्मिक मार्गों का नवनिर्माण और सुधारीकरण शामिल है।
जारी सूची मे जिन मार्गों का कायाकल्प प्रस्तावित है, उनमे भरतामऊ चौराहा से मुड़गांव मार्ग से शिव मंदिर झसी ग्राम पंचायत तक मार्ग का नवनिर्माण, प्रेमपुर से बाबा महाराज मंदिर श्योगनपुर तक मार्ग का नवनिर्माण, माता रानी दुर्गा मंदिर श्री रघुनाथ आश्रम किला नगला ग्राम राजेपुर सरायमेदा तक मार्ग का नवनिर्माण, खुदागंज-गढ़िया मार्ग से देवी सिंह भवानी मंदिर मार्ग का नवनिर्माण, चिलसरा संपर्क मार्ग से ढपरपुर दुर्गा देवी मंदिर मार्ग का नवनिर्माण, रमन्ना गुलजार स्कूल से ठाकुरद्वारा प्राचीन शिव मंदिर तक मार्ग का नवनिर्माण, गंगा गली चाचूपुर की मैडया से बरमदेव मेला स्थल तक मार्ग का नवनिर्माण, सलेमपुर से जिठोली गमा देवी मंदिर संपर्क मार्ग का नवनिर्माण, मुरान से पंचायत घर होकर नीम करोली धाम बायपास मार्ग का नवनिर्माण, बसेली से राजारामपुर शंकर जी के मंदिर तक मार्ग का नवनिर्माण, राजारामपुर मेई में नगला चंदोला गमा देवी मंदिर तक मार्ग का नवनिर्माण, रानीगढ़ से खैराबाद देवी मंदिर तक मार्ग का नवनिर्माण कार्य शामिल हैँ।


