कैब संचालक की तलाश में पुलिस
लखनऊ। राजधानी में सनसनी फैलाने वाले दो मेडिकल छात्रों के अपहरण मामले का खुलासा हो गया है। पुलिस जांच में चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है कि अपहरण की साजिश किसी बाहरी गैंग ने नहीं, बल्कि खुद एमबीबीएस थर्ड ईयर के छात्र दिविज ने रची थी। उसने दिल्ली से आने वाले अपने परिचित कैब संचालक के साथ मिलकर दो साथी छात्रों का अपहरण किया और 50 लाख रुपये की फिरौती की मांग की थी।
पुलिस के अनुसार, दिविज और अपहृत छात्र एक ही मेडिकल कॉलेज में पढ़ते हैं। दिविज पर कर्ज का बोझ बढ़ गया था और वह जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में इस आपराधिक योजना में फंस गया। उसने अपने कैब संचालक साथी के साथ मिलकर अपहरण की पूरी रूपरेखा तैयार की। छात्रों को झांसा देकर कैब में बैठाया गया, जिसके बाद उन्हें सुनसान इलाके में ले जाकर बंदी बना लिया गया और परिवार से फिरौती की मांग की गई।
सूचना मिलते ही पुलिस की कई टीमें सक्रिय हुईं और तकनीकी सर्विलांस की मदद से अपहृत छात्रों को सुरक्षित बरामद कर लिया गया। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि दिविज ने मोबाइल के जरिए फिरौती का संदेश भेजा था।
पुलिस अब फरार कैब संचालक की तलाश में है, जिसने दिविज को इस वारदात में साथ दिया था। पुलिस ने आरोपी छात्र को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है और उसके फोन, बैंक खाते व ऑनलाइन चैटिंग रिकॉर्ड की भी जांच की जा रही है।
एसपी ने बताया कि यह मामला छात्रों में बढ़ती आपराधिक प्रवृत्ति का उदाहरण है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।





