पीलीभीत: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत (Pilibhit) जिले में उस वक्त दहशत मच गई जब एक बाघ (tiger) ने खेत की रखवाली कर रहे एक किसान (Farmer) पर हमला बोल दिया और उसे मार डाला। मृतक की पहचान पूरनपुर थाना क्षेत्र के नवदिया गाँव के 47 वर्षीय छोटे लाल के रूप में हुई है, जिसे बाघ घसीटकर पास के जंगल में ले गया। बुधवार सुबह उसका आधा खाया हुआ शव मिला।
खबरों के अनुसार, छोटे लाल मंगलवार सुबह अपनी फसलों की रखवाली करने खेतों में गया था, लेकिन हमेशा की तरह रात के खाने के लिए घर नहीं लौटा। बुधवार तड़के जब परिवार के सदस्य उसे देखने गए, तो वह गायब था। बाघ के हमले की आशंका में, लाठी-डंडों से लैस ग्रामीणों ने तलाशी अभियान शुरू किया।
जंगल में लगभग 100 मीटर अंदर, उन्हें उसके शरीर के कुछ हिस्से मिले, निचला हिस्सा और एक हाथ गायब था, जिसे बाघ ने खा लिया था। वन अधिकारियों ने 200 मीटर के दायरे में शरीर के बाकी हिस्सों को बरामद किया और उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वन विभाग ने बाघ की तलाश शुरू कर दी है और क्षेत्र में कई ट्रैप कैमरे लगा दिए हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि पिछले एक महीने में पताभोजी, नवदिया और हरदोई कला गाँवों में बाघ द्वारा किया गया यह तीसरा हमला है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि बार-बार शिकायत के बावजूद, वन विभाग ने गश्त बढ़ाने या बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। गाँव के बुजुर्ग हरिनारायण ने कहा, “रात में खेतों में जाना मौत को दावत देने जैसा हो गया है। हमने कई बार वन विभाग से कार्रवाई करने की गुहार लगाई, लेकिन कुछ नहीं हुआ।” घटना के बाद वन अधिकारी और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुँची।
घटनास्थल के पास पैरों के निशान और घसीटने के निशान मिले हैं। अधिकारियों का मानना है कि बाघ टाइगर रिजर्व की बराही रेंज से भटक गया होगा। वन विभाग ने ट्रैकिंग टीमें तैनात की हैं और ग्रामीणों से अपील की है कि वे अकेले खेतों में न जाएँ, खासकर रात में। पीड़ित परिवार को मुआवज़ा देने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।


