दिल्ली धमाके की जांच में लखनऊ में एटीएस की बड़ी कार्रवाई

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डॉ. शाहीन के पिता और भाई के घरों पर छापेमारी, मोहल्ले में फैली सनसनी

लखनऊ। दिल्ली में सोमवार शाम हुए धमाके के बाद अब जांच का दायरा उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ तक पहुंच गया है। एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड) और पुलिस की संयुक्त टीमों ने मंगलवार को शहर के कई इलाकों में ताबड़तोड़ छापेमारी की। सबसे बड़ी कार्रवाई डॉ. शाहीन शाहिद अंसारी, जिन्हें फरीदाबाद से विस्फोटक के साथ गिरफ्तार किया गया था, के पिता सईद अंसारी और भाई डॉ. परवेज सईद अंसारी के घरों पर हुई।

जानकारी के अनुसार, एटीएस की टीम ने सबसे पहले खंदारी बाजार स्थित सईद अंसारी के मकान पर दबिश दी और घर की तलाशी ली। इसके बाद टीम मड़ियांव थाना क्षेत्र के मुत्तकीपुर में स्थित डॉ. परवेज सईद अंसारी के मकान पर पहुंची। छापेमारी की कार्रवाई के दौरान पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। लोग घरों से झांककर देखने लगे और मोहल्ले में चर्चा फैल गई कि “क्या हमारे बीच रहने वाला कोई इतनी बड़ी साजिश में शामिल हो सकता है?”

एटीएस और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीमों ने दोनों मकानों की गहन तलाशी ली। खंदारी बाजार में सईद अंसारी के घर से मोबाइल फोन और हार्ड डिस्क बरामद किए गए हैं। वहीं, मुत्तकीपुर में डॉ. परवेज के घर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात रहा। मोहल्ले की महिलाएं छतों से झांकती नजर आईं जबकि कई लोग घरों में ही कैद रहे।

पिता सईद अंसारी ने पूछताछ में बताया कि उनकी बेटी डॉ. शाहीन पिछले डेढ़ साल से परिवार के संपर्क में नहीं थी। उन्होंने कहा कि “हमें पुलिस ने ही बताया कि शाहीन को गिरफ्तार किया गया है, हमें विश्वास नहीं हो रहा कि वह किसी संदिग्ध गतिविधि में शामिल हो सकती है।” उन्होंने बताया कि शाहीन ने प्रयागराज से मेडिकल की पढ़ाई की थी और कुछ साल मेडिकल कॉलेज में काम करने के बाद 2013 में अचानक नौकरी छोड़ दी थी।

सईद ने आगे बताया कि उनकी तीन संतानें हैं — बड़ा बेटा शोएब, दूसरी डॉ. शाहीन, और सबसे छोटा बेटा डॉ. परवेज। शाहीन की शादी महाराष्ट्र निवासी जफर हयात से हुई थी, लेकिन आपसी मतभेदों के चलते वर्ष 2015 में दोनों अलग हो गए।

एटीएस सूत्रों के मुताबिक, डॉ. परवेज अंसारी लखनऊ के आईआईएम रोड स्थित तकवा कॉलोनी, मुत्तकीपुर में रहते हैं। उनके पड़ोसी इमरान बेग ने बताया कि परवेज अधिकतर समय अपने कमरे में फोन पर बात करते रहते थे और मोहल्ले में किसी से ज्यादा बातचीत नहीं करते थे। उनकी पत्नी बिहार में अपनी 13 वर्षीय बेटी के साथ रहती हैं।

पिता सईद, जो वन विभाग से सेवानिवृत्त हैं, वर्तमान में खंदारी बाजार स्थित तीन मंजिला मकान में रहते हैं। उन्होंने बताया कि आखिरी बार उनकी परवेज से 4 नवंबर को बात हुई थी। इसके बाद से संपर्क नहीं हो सका।

एटीएस परवेज के कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) और डिजिटल उपकरणों की जांच में जुटी है। वहीं, कैसरबाग पुलिस ने सईद अंसारी के घर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है। स्थानीय लोगों में अब भी भय और हैरानी का माहौल है कि मोहल्ले के ही दो शिक्षित डॉक्टर कैसे एक बड़े आतंकी नेटवर्क से जुड़ सकते हैं।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, एटीएस इस पूरे मॉड्यूल के पाकिस्तान कनेक्शन और जैविक हमले की साजिश से जुड़ी हर कड़ी की जांच कर रही है। आने वाले दिनों में कई और खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।

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