नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली को दहलाने की साजिश रचने वाले मुख्य आरोपी मौलवी इरफान को सुरक्षा एजेंसियों ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर से की गई, जहाँ वह एक मस्जिद में इमाम के रूप में कार्यरत था।
जांच एजेंसियों ने बताया कि इरफान लंबे समय से जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा हुआ था और वह इंटरनेट के माध्यम से विदेशी जिहादियों से संपर्क में रहता था।
वह मस्जिद में युवाओं को उकसाने के लिए मसूद अज़हर के भाषणों और वीडियो का इस्तेमाल करता था।
दिल्ली ब्लास्ट मामले की जांच में यह भी सामने आया है कि पिछले महीने श्रीनगर के नौगाम इलाके में लगाए गए जैश के पोस्टरों के पीछे भी मौलवी इरफान का हाथ था।
एजेंसियों को उसके पास से कई संदिग्ध दस्तावेज, डिजिटल उपकरण और विदेशी फंडिंग से जुड़े सबूत मिले हैं।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इरफान की पत्नी भी इस आतंकी नेटवर्क का हिस्सा बताई जा रही है। उसे भी हिरासत में लिया गया है और पूछताछ जारी है।
सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, यह नेटवर्क दिल्ली, यूपी और कश्मीर में फैला हुआ था, जो युवाओं को कट्टरता की राह पर धकेलने का काम करता था।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल अब इस पूरे मॉड्यूल के विदेशी फंडिंग कनेक्शन और स्लीपर सेल की पहचान में जुटी है।
इस गिरफ्तारी को दिल्ली पुलिस ने हाल के वर्षों की सबसे बड़ी काउंटर-टेरर ऑपरेशन की सफलता बताया है।






