समय रहते पहुंची मदद, लोहिया अस्पताल में चल रहा इलाज, हालत स्थिर
फर्रुखाबाद: मानसिक तनाव (mental stress) से जूझ रही एक महिला (woman) ने मंगलवार सुबह गंगा नदी में छलांग लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया। गनीमत रही कि मौके पर मौजूद गोताखोरों की तत्परता से उसकी जान बच गई। फिलहाल महिला का उपचार डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में चल रहा है, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार, औरैया जनपद के बिधूना स्थित ट्रांसफार्मर वाली गली निवासी राकेश चंद्र गुप्ता की पत्नी राममोहिनी बीते शुक्रवार को अपनी बेटी साधना, जो कन्नौज जिले के सिकंदरपुर कस्बे में रहती हैं, के घर आई थीं। मंगलवार सुबह करीब 9 बजे राममोहिनी अचानक घर से बिना कुछ बताए निकल पड़ीं।
कुछ घंटे बाद वे फर्रुखाबाद के पांचाल घाट पहुंचीं, जहां पहुंचते ही उन्होंने गंगा नदी में छलांग लगा दी। इस दौरान घाट पर मौजूद लोगों ने महिला को नदी में कूदते देखा तो शोर मचा दिया। शोर सुनते ही मौके पर मौजूद गोताखोरों ने फुर्ती और सूझबूझ दिखाते हुए तुरंत गंगा में छलांग लगाई और कुछ देर के प्रयास के बाद महिला को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
इसके बाद घटना की सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई। जानकारी मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और महिला को तत्काल लोहिया अस्पताल भिजवाया। डॉक्टरों ने बताया कि समय पर उपचार मिलने से महिला की स्थिति अब सामान्य है।
थाना पुलिस के अनुसार, पूछताछ में पता चला कि महिला पिछले कुछ समय से मानसिक तनाव में थीं, जिसके चलते उन्होंने यह खतरनाक कदम उठाया। उपचार के बाद पुलिस ने महिला को शहर के मोहल्ला गणेश प्रसाद निवासी अमित कुमार गुप्ता के सुपुर्द किया है। फिलहाल महिला की निगरानी डॉक्टरों की देखरेख में की जा रही है। स्थानीय लोगों ने गोताखोरों की सराहना करते हुए कहा कि यदि वे समय पर न पहुंचते, तो एक बड़ी अनहोनी हो सकती थी।


