शमशाबाद (फर्रुखाबाद): नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में आधार संशोधन एवं नए आधार कार्ड बनवाने के नाम पर अवैध वसूली का खेल जारी है। लोगों ने ए.बी. इंटर कॉलेज शमशाबाद (AB Inter College Shamshabad) स्थित आधार संशोधन केंद्र (Aadhaar Correction Center) को “लूट का अड्डा” बताते हुए अपना आक्रोश जताया है। जानकारी के अनुसार, नगर सहित आसपास के ग्रामीण इलाकों के लोगों को आधार में नाम, जन्मतिथि या शैक्षिक अभिलेख में अंतर को ठीक कराने के लिए केंद्रों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। लेकिन सुधार के नाम पर उनसे मनमाने ढंग से वसूली की जा रही है।
लोगों का आरोप है कि ए.बी. इंटर कॉलेज स्थित आधार संशोधन केंद्र पर आधार अपडेट अथवा नया आधार कार्ड बनवाने के लिए प्रति व्यक्ति ₹250 से ₹300 तक की अवैध वसूली की जा रही है। साथ ही, अधिकांश मामलों में किसी प्रकार की रसीद भी नहीं दी जा रही। यह मामला तब और गंभीर हो गया जब 11 नवंबर को दलेलगंज निवासी सूरज फिंगरप्रिंट अपडेट कराने पहुंचे, तो उनसे ₹300 की मांग की गई। इसी तरह मोहल्ला दलवीर खां निवासी गोविंद, दिव्या, मनसा देवी एवं अंश के परिजनों से भी ₹300 प्रति व्यक्ति की दर से पैसे मांगे गए। जब लोगों ने रसीद मांगी तो केंद्र संचालक से कहासुनी हो गई।
स्थानीय लोगों ने बताया कि नगर में स्थित यह आधार अपडेट सेंटर खुलेआम लोगों से मनमाने पैसे वसूल रहा है, जबकि शासन द्वारा निर्धारित शुल्क केवल ₹50 से ₹100 तक है। इसके बावजूद संबंधित विभाग के अधिकारी इस अवैध वसूली से अनजान बने हुए हैं। लोगों ने जनपद के उच्चाधिकारियों से मांग की है कि शमशाबाद स्थित इस केंद्र की जांच कराकर अवैध वसूली में लिप्त संचालकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि आम जनता से निर्धारित शुल्क से अधिक पैसा न लिया जाए और सभी लेनदेन की प्राप्ति रसीद अनिवार्य रूप से दी जाए। नगर में इस घटना को लेकर लोगों में गहरा आक्रोश और असंतोष व्याप्त है। जनता का कहना है कि सरकारी योजनाओं का लाभ आम आदमी तक नहीं पहुंच रहा, बल्कि ऐसे केंद्रों पर मनमानी और शोषण की परंपरा बन चुकी है।


