बाराबंकी| मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने निर्धारित कार्यक्रम के तहत बाराबंकी जनपद के झांसा पुरवा गांव पहुंचे, जहाँ उनका भव्य स्वागत किया गया। उन्होंने यहां बच्चों को चॉकलेट बांटी और एक दिव्यांगजन को ट्राई साइकिल भेंट की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों की ओर से लगाई गई प्रदर्शनियों का अवलोकन भी किया।
कार्यक्रम की शुरुआत वंदे मातरम् के गान और भारत माता की जय के नारों के साथ हुई। मुख्यमंत्री योगी ने मंच से सरदार वल्लभभाई पटेल और डॉ. भीमराव आंबेडकर के योगदान को नमन करते हुए कहा कि “इन दोनों महापुरुषों ने भारत की एकता और संविधान की मजबूती की नींव रखी। अंग्रेजों और मुगलों ने देश को बांटने की साजिश रची, लेकिन आज भारत एकजुट होकर नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ रहा है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि “कुछ लोग आज भी वंदे मातरम् का विरोध करते हैं, जबकि राष्ट्र से बड़ा कोई मजहब नहीं होता। जो लोग भारत माता की जय से कतराते हैं, उन्हें समझना चाहिए कि यह देश की एकता का प्रतीक है।”
जनसभा स्थल पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। भीड़ इतनी अधिक थी कि निर्धारित समय पर पंडाल भर गया और प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से नए लोगों को प्रवेश से रोक दिया। इससे कई लोगों को बाहर इंतजार करना पड़ा। कार्यक्रम स्थल पर काले रंग के कपड़े पहनने वालों को अंदर जाने से रोका गया, जिससे कुछ लोगों और महिलाओं को असुविधा हुई।
मुख्यमंत्री ने बाद में फतेहपुर पहुंचकर दिव्यांगजनों, किसानों और छात्रों को सम्मानित किया तथा कहा कि “सरकार हर वर्ग के कल्याण के लिए समर्पित है।” उन्होंने इस वर्ष प्रयागराज में महाकुंभ के दर्शन का उल्लेख करते हुए कहा कि “भव्य मंदिर और शान से लहराता ध्वज भारत की सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है।”






