नवाबगंज: नवाबगंज ब्लॉक (Nawabganj block) के पिलखना गांव (Pilkhana village) में छह प्रशिक्षु अधिकारी पहुंचे। इन अधिकारियों ने गांव में चौपाल लगाकर ग्रामीणों से संवाद किया और गांव से संबंधित विभिन्न जानकारियां जुटाईं। इन प्रशिक्षु अधिकारियों में अक्षय दिलीप, राहुल कुमार चौधरी, आदित्य कुमार, कृष्ण कान्त लूना, दिव्यांशी अग्रवाल और नन्दना जी पी शामिल थे। इस अवसर पर कायमगंज नायब तहसीलदार अनवर हुसैन, स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी डॉ. लोकेश शर्मा, बीडीओ अमरेश चौहान, एडीओ पंचायत किशन पाल सिंह, खंड शिक्षा अधिकारी अमर सिंह राणा और पुलिसकर्मी भी मौजूद रहे।
एडीओ पंचायत कृष्णपाल सिंह ने बताया कि यह ग्राम पंचायत सबसे बड़ी है। उन्होंने बताया कि नवाबगंज ब्लॉक में 18 सचिव के बजाय केवल 12 ग्राम सचिव कार्यरत हैं। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि यदि एक साल के भीतर जन्म प्रमाण पत्र और मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं बनवाया जाता है, तो उसे तहसील से बनवाना होगा। इसके अतिरिक्त, सभी परिवारों को शौचालय निर्माण के लिए 12,000 रुपये की सहायता राशि मिलती है।
नायब तहसीलदार अनवर हुसैन ने जानकारी दी कि बड़ी ग्राम पंचायत होने के कारण यहां दो लेखपाल, अरुण कुमार और राहुल कुमार, कार्यरत हैं। इस ग्राम पंचायत के अंतर्गत 14 गांव आते हैं। उन्होंने बताया कि दैवीय आपदा की स्थिति में 24 घंटे के भीतर सहायता प्रदान की जाती है।
खंड शिक्षा अधिकारी अमर सिंह राणा ने पिलखना ग्राम पंचायत के प्राथमिक विद्यालय के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि विद्यालय में 116 बच्चे नामांकित हैं और उन्हें निःशुल्क किताबें मिल चुकी हैं। बच्चों के खातों में 1200 रुपये की राशि पहुंचाई जा रही है, जिसमें से 90 बच्चों की पहुंच चुकी हैं। शेष बच्चों को अपने खाते जांचने होंगे, यह प्रक्रिया यूएसडी डेटा के माध्यम से होती है।
प्रशिक्षु अधिकारियों ने मनरेगा जॉब कार्ड, कोटेदार और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) से संबंधित जानकारी भी ग्रामीणों से ली। खंड विकास अधिकारी अमरेश चौहान ने बताया कि ये प्रशिक्षु अधिकारी अगले तीन दिनों तक गांव में चौपाल लगाकर जनसमस्याओं की जानकारी प्राप्त करते रहेंगे।


