नई दिल्ली। भारत अब अंतरिक्ष इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जोड़ने की तैयारी में है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अध्यक्ष वी. नारायणन ने शनिवार को एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि भारत 2040 तक अपने पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री को चाँद पर भेजने और सुरक्षित वापस लाने का लक्ष्य लेकर तेजी से काम कर रहा है।
यह घोषणा भारत की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर मानी जा रही है।
वी. नारायणन ने यह भी बताया कि भारत आने वाले वर्षों में अपना स्वदेशी अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करेगा।
“हमारा लक्ष्य है कि भारत का खुद का अंतरिक्ष स्टेशन हो, जो भविष्य के मिशनों — चंद्रमा, मंगल और उससे आगे — की नींव बनेगा।”
यह स्टेशन भारत के वैज्ञानिक प्रयोगों और अनुसंधान गतिविधियों को नई दिशा देगा।
भारत ने हाल ही में चंद्रयान-3 मिशन के माध्यम से विश्व को अपनी तकनीकी क्षमता का परिचय कराया, जब विक्रम लैंडर ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग कर इतिहास रचा।
अब चाँद पर मानव मिशन की घोषणा के साथ भारत अमेरिका, रूस और चीन के बाद ऐसा करने वाला चौथा देश बनने की दिशा में अग्रसर है।




